देवबंद: बीएसपी प्रमुख मायावती ने कहा कि अगर भीड़ की जानकारी पीएम मोदी को मिलेगी तो वे पगला हो जाएंगे और अगली बार शराब के साथ-साथ और न जाने क्या-क्या कहेंगे। इसका संज्ञान नहीं लेना है। उन्होंने कहा कि यह तय है कि अब यूपी से भाजपा जा रही है और महागठबंधन आ रहा है, बशर्ते वोटिंग मशीनों से छेड़छाड़ न हो। बसपा सुप्रीमो ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा। कहा कि कांग्रेस अपनी गलत नीतियों की वजह से हारी। वही हालत अब भाजपा की होगी। इस बार सत्ता से बाहर होंगे। इस बार चौकीदारी का नाटक भी नहीं बचा पाएगा। चाहे कितनी भी ताकत न लगा लें।
मायावती ने कहा कि लोगों को अच्छे दिन दिखाने का प्रलोभन दिया गया था, लेकिन एक चौथाई वादे भी पूरे नहीं किये गए। इस बार फिर तमाम हथकंडे अपनाकर गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं। चुनाव घोषित होने के दिन तक उद्घाटन किया। उन्होंने कहा की पीएम मोदी का ज्यादा समय अपने पूंजीपति दोस्तों को बचाने में गया। उन्हीं की चौकीदारी करते रहे। उन्हें ही मालामाल करते रहे। देश के किसान इस सरकार में शुरू से ही दुखी रहे। यूपी में भाजपा की सरकार ने आवारा पशुओं के जरिये और भी बर्बाद कर दिया। गन्ना किसान भी परेशान हैं।
मायावती ने कहा कि हमें मौका मिला, तो किसानों का कोई बकाया नहीं रहेगा। दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों का आरक्षण का कोटा अधूरा पड़ा है। पहले कांग्रेस और अब भाजपा की सरकार में इन वर्गों को प्राइवेट नौकरी में आरक्षण देने के बजाय सारे काम धन्ना सेठों को दिये जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी से बेरोजगारी बढ़ी है। देश की अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ा है। साथ ही भ्रष्टाचार भी बढ़ा है। कांग्रेस की सरकार में बोफोर्स और अब भाजपा की सरकार में राफेल सौदा घोटालों का सबूत है। देश की सीमाएं भी सुरक्षित नहीं हैं। मायावती ने मोदी सरकार पर सीबीआई, ईडी आदि के दुरुपयोग का भी आरोप लगाया।
बसपा प्रमुख ने कहा कि मेरी पार्टी घोषणापत्र से ज्यादा काम में विश्वास रखती है। ये सब जानते हैं। मायावती ने कहा कि कांग्रेस ने गरीबों को लुभाने के लिए 6 हजार रुपये प्रतिमाह देने की बात कही है, इससे गरीबी दूर होने वाली नहीं है। अगर हमारी सरकार बनती है तो सरकारी और गैर सरकारी क्षेत्रों में रोजगार देने की व्यवस्था की जाएगी। कांग्रेस के प्रलोभन में नहीं आना है। इंदिरा गांधी ने भी 'गरीबी हटाओ' के नाम पर नाटकबाजी की थी। चुनाव के समय ही गरीबों की याद क्यों आती है, यह भी सोचने की बात है।
मायावती ने कहा कि मैं मुस्लिम समाज के लोगों से कहना चाहती हूं कि कांग्रेस भाजपा को टक्कर नहीं दे सकती है, सिर्फ महागठबंधन ही उन्हें हरा सकता है। इसलिये महागठबंधन को ही वोट दें। मेरे पास रिपोर्ट है कि कांग्रेस चाहती है कि वे भले ही न जीतें, लेकिन महागठबंधन को कतई जीतने नहीं देना है।
कांग्रेस परिवर्तन नहीं, अपनी पार्टी बनाना चाहती है: अखिलेश
अखिलेश यादव ने देवबंद रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि ये टीवी पर पैर धो रहे थे और दूसरी तरफ नौकरियां धो डालीं। हमारे व्यापारी भाई बीजेपी सरकार में केवल लंच और मंच के लिए रह गए हैं, उनकी तरक्की नहीं हुई। ये किसानों की धरती है। यहां के लोगों ने गन्ना पैदाकर पूरे देश को मिठास देने का काम कर रहे हैं। खेत में गन्ना खड़ा रहे इससे उन्हें फर्क नहीं पड़ता।
उन्होंने कहा कि ये हमारे चौधरी चरण सिंह की विरासत को खत्म करना चाहते हैं तो जान लें कि यह गठबंधन चौधरी चरण सिंह की विरासत को आगे बढ़ाने का गठबंधन है। अखिलेश ने कहा कि चौकीदार की चौकी छीनने का काम करेंगे। हमारे गठबंधन को मिलावट का गठबंधन कहते हैं। ये सराब बताने वाले लोग सत्ता के नशे में हैं। यह मिलावट का गठबंधन नहीं हैं यह परिवर्तन का गठबंधन हैं। ये नई सरकार का गठबंधन है।
अखिलेश ने कहा कि ये धर्म के ठेकेदार बनते हैं। हमने तो तस्वीरें देखी हैं कि ये कैसे नहाते हैं। हम चाहते थे कि छप्पन इंच का सीना दिख जाए लेकिन वह भी नहीं दिखा। यह चुनाव परिवर्तन का चुनाव है। देश को बदलने का चुनाव है। आपसी भाईचारे और जो दूरियां आपके और हमारे दिलों में इन्होंने पैदा की है। उन्हें मिटाने का चुनाव है।
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि यही हाल कांग्रेस का है, दोनों की नीतियां एक हैं। ये महागठबंधन तो देश में बदलाव लाने के लिए है। सोचना आपको है। आप जानते हैं कि यूपी में गठबंधन ने कैसी सड़कें बनाई हैं। यदि बिजली की समस्या रही होगी तो उसका भी समाधान किया। लैपटॉप बांटना पड़ा वह भी बांटा। इस गठबंधन ने तो बिजली बनाई है। भारतीय जनता पार्टी की सरकार में एक मैगावॉट बिजली नहीं बनी और ये पांच साल में बिजली नहीं दे पाए।
उन्होंने कहा कि आज नवरात्र का दिन है और हम यहां से कोई झूठ नहीं बोलेंगे। उन्होंने कहा कि नवरात्र के दिन इस मंच से भाजपा के लोगों से अपील करता हूं कि कसम खाएं कि वे कभी झूठ नहीं बोलेंगे।
रैली में शामिल होने के लिए सुबह से ही लोगों की भीड़ सड़कों से गुजरना शुरू हो गई। वहीं रैली में बड़ी संख्या में भीम आर्मी समर्थक भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर की फोटो अपने हाथ में लेकर रैली में शामिल होने पहुंचे हैं। रैलीस्थल पर बड़ी संख्या महिलाऐं भी नजर आ रही है।
रैली स्थल पर हजारों की संख्या में सपा रालोद और बसपा के समर्थक हाथों में हाथी, साइकिल और नलकूप बने झंडे लेकर पहुंचे हैं। वहीं मंच को नीले हरे सफेद और लाल रंगे से सजाया गया है। पार्टी के सभी दिग्गजों के कटआउट भी मंच पर लगाए गए हैं।
बसपा अध्यक्ष मायावती, सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और रालोद अध्यक्ष चौधरी अजीत सिंह की संयुक्त रैली के मद्देनजर प्रशासन ने भी सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए हैं। सीओ अजेय शर्मा ने बताया कि सुरक्षा के मद्देनजर 400 पुलिस कर्मी, 100 एसआई, तीन सेक्शन पीएसी, अर्द्धसैनिक बलों के जवानों की तैनाती भी की गई है।