ताज़ा खबरें
बिहार में चुनाव से पहले मंत्रिमंडल विस्तार, सात बीजेपी विधायक बने मंत्री
महाशिवरात्रि पर महाकुंभ में आखिरी स्नान, संगम में लाखों ने लगाई डुबकी

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कहा कि सपा-बसपा गठबंधन के कारण भाजपा इस चुनाव में एक-दो सीट के लिए भी तरस जाएगी। अखिलेश यादव ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि भाजपा की संकीर्ण मानसिकता, झूठ और फरेब की राजनीति के मुकाबले समाजवादी पार्टी-बहुजन समाज पार्टी-राष्ट्रीय लोकदल गठबंधन वैचारिक आधार पर बना है। सत्ता पक्ष का यही सशक्त विकल्प है। उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव देश की राजनीति में निर्णायक साबित होने वाले हैं। एक तरह से यह लोकतंत्र की अग्निपरीक्षा के दिन हैं। इसमें मतदाताओं को जागरूकता के साथ मूलभूत मुद्दों से ध्यान हटाने के भाजपा के षड्यंत्रों से सावधान रहना होगा।

उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव राष्ट्रीय महत्व के सवालों पर लड़े जाते हैं। पिछले पांच वर्षों में देश में बेरोजगारी बढ़ी है। नोटबंदी-जीएसटी के बाद नौकरियों में छंटनी हुई है। उद्योग-धंधे बंद हुए हैं। बैंकों से जनता की गाढ़ी कमाई के पैसे लूटकर कई उद्योगपति विदेश भाग गए। गरीब-अमीर के बीच की खाई कई गुना बढ़ गई है। महंगाई का ग्राफ चढ़ता ही गया है।

 

उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री ने जनता से जो वादे किए थे, वे पूरे नहीं हुए। भाजपा के संकल्प पत्र (घोषणा पत्र) के संकल्प कागजों में ही लिखे रह गए। सर्वाधिक त्रासद स्थिति यह है कि भाजपा ने अपने कार्यकाल में समाज के ताने-बाने को ही तोड़ने का काम किया है। समाज के विभिन्न वर्गों के बीच विभेद पैदा करने और नफरत की आग सुलगाने में भाजपा आगे रही है। भाजपा ने राजनीति की शुचिता नष्ट कर उसकी ब्रांडिंग-मार्केटिंग कर व्यावसायिक बना दिया है। भाषा और आचरण की मर्यादा से खिलवाड़ कर सम्पूर्ण वातावरण को विषाक्त बना दिया है। सरेआम अभद्र भाषा का प्रयोग और जूतों से पिटाई के दृश्यों ने यह संशय पैदा कर दिया है कि भाजपा चुनाव जीती तो लोकतंत्र का भविष्य क्या होगा?

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख