गोरखपुर: पुलवामा हमले को लेकर सपा महासचिव रामगोपाल यादव द्वारा दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह वोट बैंक के लिए घटिया राजनीति के स्तर का एक उदाहरण है। इससे जवानों का हौसला गिरेगा, वहीं आतंकी संगठनों का मनोबल बढ़ेगा। सपा महासचिव को इस बयान के लिए देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।
गुरुवार की शाम गोरखनाथ मंदिर में आयोजित होली मिलन समारोह से पूर्व पत्रकारों से बातचीत करते हुए योगी ने कहा कि सपा महासचिव का बयान तुष्टीकरण की पराकाष्ठा है। यह बयान बहादुर जवानों का मनोबल तोड़ने की साजिश के तहत दिया गया है। 14 फरवरी को पुलवामा में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना में शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों के साथ पूरा देश एकजुट होकर खड़ा है। घटना के 48 घंटे में ही हमारे बहादुर जवानों ने पुलवामा हमले के दोषियों को मार गिराया। आतंकवाद, उग्रवाद, अलगाववाद के खिलाफ मोदी सरकार ने जो जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है उसका परिणाम सबके सामने है। सीमा पार सर्जिकल स्ट्राइक कर आतंकी संगठनों के शिविरों को नष्ट किया गया।
बालाकोट में एयर स्ट्राइक कर जिस तरह से आतंकी संगठन के शिविरों को नष्ट किया गया, उसके साथ पूरा देश खड़ा है। बहादुर जवानों के शौर्य पर प्रश्न खड़ा करना और आतंकी संगठनों के पक्ष में सहानुभूति दिखाना शर्मनाक है। यह वही सपा है जिसके शासनकाल में 2012 से लेकर 2017 तक 1000 से अधिक दंगे हुए और हजारों निर्दोष लोगों की जानें गई। विभिन्न आतंकी घटनाओं के जिम्मेदारों के मुकदमे वापस लेने का कुत्सित प्रयास भी तुष्टिकरण की राजनीति के तहत किया गया। योगी ने कहा कि आतंक के खिलाफ लड़ाई किसी एक दल की नहीं बल्कि पूरे देश की है।