ताज़ा खबरें
महाराष्ट्र के नतीजे पर उद्धव बोले- 'यह सिर्फ एक लहर नहीं, सुनामी थी'
संसद में वायनाड के लोगों की आवाज बनूंगी: चुनाव नतीजे के बाद प्रियंका
झारखंड में 'इंडिया' गठबंधन को मिला बहुमत, जेएमएम ने 34 सीटें जीतीं
पंजाब उपचुनाव: तीन सीटों पर आप और एक पर कांग्रेस ने की जीत दर्ज

कच्छ: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज हिंसा के कथित मास्टरमाइंड मोहम्मद जावेद उर्फ जावेद पंप के घर पर बुलडोजर चलने के बाद यह मामला पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। इसी कड़ी में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि यूपी के सीएम अब इलाहबाद हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस बन चुके हैं, वो फैसला करेंगे कि किसका घर तोड़ना है।

दरअसल, गुजरात के कच्छ में पहली बार रैली कर रहे असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला करते हुए कहा कि बुलडोजर चलाकर भारत के रूल ऑफ लॉ पर बुलडोजर चला दिया गया। यह नफरत नहीं तो क्या है। उन्होंने यह भी कहा कि अदालत को ताला लगा दिया जाए, क्योंकि जब मुख्यमंत्री तय करेंगे कि मुजरिम कौन है तो कोर्ट की क्या जरुरत है।

इतना ही नहीं ओवैसी यहीं नहीं रुके और उन्होंने कहा कि अजय टेनी का घर नहीं तोड़ा गया लेकिन फातिमा का तोड़ा गया। हालांकि उन्होंने यह जरूर कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करें।

ओवैसी का बयान उस समय आया है जब वे गुजरात के कच्छ में अपनी रैली को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने यह भी कहा कि नूपुर शर्मा को अब तक जेल भेज दिया जाना चाहिए था।

इससे पहले प्रयागराज में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद उपजी हिंसा और उपद्रव की वारदात के कथित मास्टरमाइंड मोहम्मद जावेद अहमद उर्फ जावेद पंप के खुल्दाबाद थाना इलाके में मौजूद आलीशान घर को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया। प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने शनिवार को जावेद के मकान को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया। इस दौरान पीडीए के सचिव और पुलिस एवं प्रशासनिक महकमों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

पीडीए ने जावेद के घर पर शनिवार को ही नोटिस चस्पा कर दिया गया था। नोटिस में मकान पीडीए की जरूरी मंजूरी लिए बिना बनाए जाने एवं अतक्रिमण करने का आरोप लगाते हुए रविवार को दिन में 11 बजे तक खाली करने की मोहलत दी गई है। मकान को ध्वस्त करने की तैयारियों के चलते पीडीए के अनुरोध पर जिला प्रशासन ने त्वरित कार्यबल (आरएएफ) और पीएसी की एक एक कंपनी के अलावा कई थानों के पुलिस कर्मियों को तैनात कर दिया था।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख