गांधीनगर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात की राजधानी गांधी नगर में आईआईटी (आईआईटी) के कैंपस का उद्घाटन करते हुए कहा कि पिछले 300 साल में जितना टेक्नोलॉजी विकास नहीं हुआ, उतना 50 सालों में हुआ है। टेक्नोलॉजी आज जीवन का अभिन्न अंग बन गया है। इसी को देखते हुए समाज के हर उम्र के लोगों को टेक्नोलॉजी से जोड़ना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने स्वाधीनता के बाद साक्षरता पर जोर दिया था, अब लोगों को डिजिटली साक्षर बनाने की जरूरत है। हमारा लक्ष्य है कि परिवार के किसी एक सदस्य को डिजिटली साक्षर बनाया जा रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि हमें ध्यान रखना होगा की देश में डिजिटल डिवाइड पैदा न हो। डिजिटल डिवाइड होने से समाज में बड़ा असंतुलन पैदा हो जाएगा।
पीएम मोदी ने उदाहरण का जिक्र करते हुए कहा कि घर में बच्चों को रिमोट से टीवी का चैनल बदलता देख बुजुर्ग भी ऐसा करना सीख जाते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि भारत सरकार 'जेएएम' फॉर्मूले पर काम कर रही है। जे मतलब जनधन बैंक खाता, ए का मतलब आधार और एम का अर्थ है मोबाइल। सरकार की कोशिश है कि देश में डिजिटलीकरण को बढ़ावा देने के लिए सभी को जेएएम से जोड़ा जा रहा है।
इससे लेसकैश सोसाइटी के निर्माण में भी मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि डिजिटली साक्षरता से हम अपने संसाधनों पर खर्च किए गए पैसों का सही इस्तेमाल कर पाते हैं।
उदाहरण के तौर पर पीएम मोदी ने कहा कि हम सभी लेटेस्ट टेक्नोलॉजी का मोबाइल लेते हैं, लेकिन उसके फीचर्स को नहीं जानते हैं। अगर डिजिटल साक्षरता बढ़ेगी तो हम इसी मोबाइल के सारे फीचर्स का इस्तेमाल कर पाएंगे। पीएम मोदी ने इस दौरान जीएसटी और बुलेट ट्रेन के मुद्दे पर विपक्ष द्वार खड़े किए जा रहे सवालों पर भी तंज कसा।
उन्होंने कहा कि अगर इस आईआईटी के लिए चुनाव के समय में इतनी महंगी जमीन दी होती तो आलोचना की जाती। उन्होंने कहा कि अगर चुनाव के वक्त आईआईटी के लिए जमीन दी होती तो लोग कहते कि गुजरात में स्कूलों की बिल्डिंग ठीक हालत में नहीं है लेकिन सरकार हाईटेक आईआईटी बना रही है। कुछ ऐसी ही आलोचना बुलेट ट्रेन को लेकर की जा रही है।
इससे पहले एक और सभा में मोदी ने कहा कि इस बार दिवाली जल्दी आ गई है, क्योंकि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के नियमों में कुछ राहत मिलने से छोटे और मझोले व्यापारियों को लाभ होगा। मोदी इस साल के अंत में गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर द्वारका में चुनावी अंदाज में बोलते नजर आए।
उन्होंने द्वारका और भेंट-द्वारका को जोड़ने वाले 900 करोड़ रुपये लागत वाले चार-लेन के लिंक सेतु की आधारशिला रखी। दो दिवसीय गुजरात दौरे पर आए मोदी ने कहा, 'आज, हर जगह यह कहा जा रहा है कि जीएसटी परिषद में लिए गए फैसलों के चलते (शुक्रवार को) दीवाली 15 दिन पहले आ गई है। मैं खुश हूं।'
मोदी ने कहा कि छोटे व्यापारियों, व्यापारियों और निर्यातकों के लिए जीएसटी प्रावधानों में ढील देने का फैसला केंद्र सरकार द्वारा समय-समय पर नए कर व्यवस्था के कामकाज की समीक्षा करने के वादे के अनुसार था। उन्होंने कहा, 'हमने कहा था कि हम कमियों सहित तीन महीनों के लिए जीएसटी से संबंधित सभी पहलुओं की समीक्षा करेंगे और इस प्रकार जीएसटी परिषद में आम सहमति से फैसला लिया गया है।'