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अहमदाबाद (जनादेश ब्यूरो): कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने इस साल के आखिर में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए कमर कस ली है। पार्टी की तैयारियों का जायज़ा लेने अहमदाबाद पहुंचे राहुल गांधी ने साबरमती के किनारे पार्टी कार्यकर्ताओं के जनसमूह को संबोधित करते कहा कि जल्द ही टिकट की घोषणा की जाएगी। उन्होंने कहा कि जो कार्यकर्ता ज़मीन से लड़ते हैं, जो भाजपा और आरएसएस से लड़ते हैं, उन्हें टिकट देंगे। बाहर से जो भी कांग्रेस में आएंगे उन्हें टिकट नहीं देंगे। राहुल ने जोर देकर कहा कि जो लोग जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं, उन्हें ही टिकट दिया जाएगा। राहुल ने एक बार फिर नोटबंदी को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला और कहा इससे गरीबों को नुकसान हुआ है और विकास भी रुका है। राहुल ने दावा किया कि सरकार की नीतियों की वजह से गुजरात के युवाओं, कारोबारियों, छोटे और मंझोले कारोबारियों और पाटीदारों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर मित्र पूंजीवाद (क्रोनी कैपिटलिज्म) को बढ़ावा देने का आरोप लगाया और कहा कि इसकी भारी कीमत छोटे और मझोले उद्यमों को चुकानी पड़ रही है।

उन्होंने कहा, "गुजरात में किसानों पर कुल 36,000 करोड़ रुपये का कर्ज है, लेकिन टाटा नैनो को 0.01 फीसदी ब्याज दर पर 60,000 करोड़ रुपये का कर्ज दिया गया।" गांधी ने कहा, "क्या आपने गुजरात में किसी नैनो कार को देखा, कितने युवाओं को वहां रोजगार मिला?" उन्होंने जोर देकर कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार मुट्ठी भर चुनिंदा कॉरपोरेट्स के लिए काम करती है, जिनकी संख्या लगभग 50 होगी। राहुल पार्टी के चुनाव अभियान में तेजी लाने के लिए एकदिवसीय गुजरात दौरे पर यहां पहुंचे थे। उनका मुख्य जोर गुजरात में पार्टी संगठन को दोबारा मजबूत करना रहा। कांग्रेस ने राज्य की 182 सीटों के लिए कांग्रेस ने इस बार चुनाव में 125+ सीटें लाने का टारगेट रखा है। पिछले चुनाव में कांग्रेस को 57 सीट हासिल हुईं थी। जो अब सूबे के राज्यसभा चुनाव के बाद घटकर 43 विधायक तक सिमट गई हैं। इस समय कांग्रेस के 43 विधायक हैं। यह बात दीगर है कि २०१२ के विधानसभा चुनाव में भाजपा को मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के नेत्तृत्व लगातार दूसरी बार घाटा झेलना पड़ा था। इस चुनाव में भाजपा 117 से घटकर 115 पर सिमट गई थी। मोदी के नेतृत्व में 2002 के पहले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 127 हासिल की थीं ।

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