रायपुर: छत्तीसगढ़ का चुनावी संग्राम ख़त्म हो गया है। दूसरे चरण में 72 सीटों के लिए वोट डाले गए। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक़ दूसरे चरण में 71.93% वोट डाले गए। कांग्रेस ने ईवीएम की गड़बड़ियों को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की है। इस दौरान हमने परिवर्तन की बहुत बात सुनी। लेकिन 11 दिसंबर बताएगा कि चौथी बार रमन सरकार या अबकी बार कांग्रेस का बेड़ा पार या फिर मायावती-जोगी का साबित होगा कोई आधार।
अधिकारियों ने बताया कि राज्य में मतदान के लिए उत्साह देखा गया तथा सुबह से ही मतदान केद्रों के सामने मतदाताओं की लंबी कतार देखी गई। राज्य में पहली बार मतदान करने वाले युवाओं ने मतदान में उत्साह के साथ भाग लिया। वहीं बुजुर्ग मतदाता भी मतदान करने मतदान केंद्र तक पहुंचे। मुख्यमंत्री रमन सिंह, उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों, भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव सरोज पांडेय, राजनांदगांव लोकसभा के सांसद अभिषेक सिंह, विधानसभा में विपक्ष के नेता टी एस सिंहदेव, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने अपने..अपने निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान किया।
अधिकारियों ने बताया कि मरवाही विधानसभा के मतदान केंद्र सेमरा में पीठासीन अधिकारी सुरेंद्र कुमार मंडावी और धनौली मतदान केंद्र के कर्मचारी कमल किशोर तिवारी को जिला निर्वाचन अधिकारी पी दयानन्द ने निर्वाचन अभिकर्ता की शिकायत के बाद निर्वाचन कार्य से अलग कर दिया। निर्वाचन अभिकर्ता ने पक्षपात करने की शिकायत की थी। उन्होंने बताया कि दूसरे चरण में 1079 उम्मीदवारों निर्वाचन में भाग लिया, जिसमें से 113 अनुसूचित जाति और 176 अनुसूचित जनजाति वर्ग के उम्मीदवार शामिल हैं। इसमें 119 महिला उम्मीदवार भी शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ में पहले चरण में राज्य के नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र के सात जिले और राजनांदगांव जिले की 18 सीटों के लिए इस महीने की 12 तारीख को मतदान हुआ था। इस दौरान इस क्षेत्र के 76 फीसदी से अधिक मतदाताओं ने मतदान में भाग लिया था। 11 दिसंबर को मतों की गिनती होगी।