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राजनांदगांव: छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव (छग) में सात साल पहले नक्सलियों का साथ छोड़कर पुलिस में शामिल होने वाले आदिवासी युवक गणेश्वर सिंह (39 वर्ष) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह एक शादी समारोह में शामिल होने पहुंचा था। बीच-बचाव की कोशिश में डोंगरगढ़ जनपद के पूर्व अध्यक्ष बृजभान मंडावी को हाथ में गोली लग गई। उन्हें रायपुर रेफर किया गया है। सादे कपड़े में पहुंचे नक्सलियों की स्माल एक्शन टीम ने घटना को अंजाम दिया।

घटना बागनदी थाना क्षेत्र के ग्राम सड़क बंजारी में शनिवार की रात करीब 11 बजे हुई। ग्राम बम्हनी (चारभाठा) थाना छुरिया का निवासी गणेश्वर ने 20 मई 2011 को आत्मसर्मपण किया था। शासन ने उसे आरक्षक बना दिया था। वह डिस्ट्रिक रिजर्व गार्ड (डीआरजी) में पदस्थ था. शनिवार को वह चचेरे भाई की शादी में बाराती बनकर सड़क बंजारी गया था। रात को गुटखा खाने पान ठेले के पास खड़ा था, तभी तीन नक्सलियों ने उस पर गोलियां चला दी।

सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र छुरिया में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

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