चेन्नई: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी और बागी नेताओं पनीरसेल्वम के नेतृत्व वाले अन्नाद्रमुक के दोनों धड़ों का विलय हो गया. दोनों नेताओं के हाथ मिलाने के साथ ही इस विलय का ऐलान हो गया। पनीरसेल्वम राज्य के उप-मुख्यमंत्री बन गए हैं। सोमवार दोपहर विलय की घोषणा के बाद शाम करीब साढ़े चार बजे उन्होंने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर तमिलनाडु के नए डिप्टी सीएम ओ पन्नीरसेल्वम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सीएम ईके पलानसामी और उप मुख्यमंत्री पन्नीरसेल्वम को पूरी मदद का भरोसा देता है। इसके साथ ही उन्होंने तमिलनाडु की तरक्की की उम्मीद भी जताई है। विलय के बाद पनीरसेल्वम ने कहा, अम्मा और एआईएडीएमके के लिए दोनों धड़े एक हुए हैं। पलानीसामी के समर्थन के बिना यह मुमकिन नहीं होता। उम्मीद है कि यह विलय पार्टी को और भी मजबूत बनाएगा। घोषणा के बाद मुख्यमंत्री पलानीसामी ने कहा कि पिछले छह महीने बहुत कठिन रहे, हमने बहुत सी मुश्किलों का सामना किया। पनीरसेल्वम पार्टी के संयोजक भी होंगे। हम अम्मा द्वारा किए गए सभी वादों को निभाएंगे। पार्टी को 11 सदस्यों की एक समन्वय समिति चलाएगी।
अम्मा ने पहले कहा था कि मेरे (अम्मा) के बाद एआईएडीएमके 100 साल तक चलेगी। हम सुनिश्चित करेंगे कि ऐसा हो। विलय के बाद पनीरसेल्वम ने कहा, अम्मा और एआईएडीएमके के लिए दोनों धड़े एक हुए हैं। पलानीसामी के समर्थन के बिना यह मुमकिन नहीं होता। उम्मीद है कि यह विलय पार्टी को और भी मजबूत बनाएगा। घोषणा के बाद मुख्यमंत्री पलानीसामी ने कहा कि पिछले छह महीने बहुत कठिन रहे, हमने बहुत सी मुश्किलों का सामना किया। पनीरसेल्वम पार्टी के संयोजक भी होंगे। हम अम्मा द्वारा किए गए सभी वादों को निभाएंगे। पार्टी को 11 सदस्यों की एक समन्वय समिति चलाएगी। अम्मा ने पहले कहा था कि मेरे (अम्मा) के बाद एआईएडीएमके 100 साल तक चलेगी। हम सुनिश्चित करेंगे कि ऐसा हो। संभव है कि पलानीस्वामी के नेतृत्व वाला धड़ा पार्टी प्रमुख वीके शशिकला के संबंध में कुछ घोषणा करे, क्योंकि पनीरसेल्वम समूह उन्हें पार्टी से निकालने जाने पर अड़ा हुआ है।शशिकला फिलहाल आय के ज्ञात स्रोत से अधिक संपत्ति के मामले में जेल में बंद हैं। सूत्रों के मुताबिक पलानीस्वामी शशिकला को निकालने की घोषणा कर सकते हैं, लेकिन विलय के दौरान ऐसी कोई घोषणा नहीं की गई। मुख्यमंत्री का धड़ा पहले ही 10 अगस्त के अपने प्रस्ताव में पार्टी प्रमुख के भांजे और पार्टी के उपमहासचिव टीटीवी दिनाकरण को बाहर का रास्ता दिखाकर विलय का मंच तैयार कर चुका था। उधर, दिनाकरण के नेतृत्व वाले धड़े ने इसे ड्रामा बताते हुए इसका मजाक उड़ाया है। उनके समूह का कहना है कि उनके नेता के पास विलय के संबंध में लिये जाने वाले फैसले पर ‘रोक लगाने की क्षमता है।’