पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिश में जुटे हैं। नीतीश कुमार की इस कोशिश को कई दल उनकी प्रधानमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा से जोड़कर देख रहे हैं। हालांकि अब जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह का एक बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने साफ कहा है कि नीतीश कुमार पीएम पद के दावेदार नहीं हैं, अगर देश बीजेपी मुक्त हुआ, तो सभी दल मिलकर अगला पीएम चुनेंगे।
उन्होंने कहा, "नीतीश कुमार जी देश के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं हैं। नीतीश कुमार जी भाजपा मुक्त देश के निर्माण के लिए आगे बढ़े हैं और विपक्षी एकता को एक करने में लगे हैं। आप लोग इस तरह का नारा लगाते हैं, इससे विपक्षी एकता में रुकावट पैदा होती है। ऐसा कभी मत करिएगा, हम पार्टी के कार्यकर्ताओं से आग्रह करेंगे।"
ललन सिंह ने कहा, "जब चुनाव हो जाएगा और देश भाजपा मुक्त हो जाएगा, तो चुनाव के बाद सभी पार्टी बैठकर तय करेंगी कि देश का मुखिया कौन होगा और जो भी होगा, वो देश के लोकतंत्र को पुनः स्थापित करेगा।"
उन्होंने कहा, जिस तरह पटना में सभी पार्टी बैठकर आगे की रणनीति तय करेंगी, उसी तरह से चुनाव के बाद सभी पार्टी बैठकर तय करेंगी कि देश का मुखिया कौन होगा।
बता दें कि बिहार की राजधानी में पटना में 23 जून को विपक्ष के कई राजनीतिक दलों की बैठक होने जा रही है। यह बैठक पहले 19 मई और फिर 12 जून को होने वाली थी, लेकिन कुछ दलों के शीर्ष नेताओं के मौजूद नहीं होने के कारण इसे टाल दिया गया था। बैठक में मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, ममता बनर्जी, अखिलेश यादव, हेमंत सोरेन, शरद पवार, उद्धव ठाकरे, अरविंद केजरीवाल, सीताराम येचुरी, एमके स्टालिन सहित कई नेताओं ने शामिल होने के लिए अपनी स्वीकृति दी है।