पटना: बिहार के विभिन्न जिलों में मंगलवार देर शाम आकाशीय बिजली गिरने से 46 लोगों की मौत हो गई, जबकि 12 से ज्यादा लोग घायल हो गए। मंगलवार को तेज हवा के साथ हुई बारिश के दौरान पटना समेत प्रदेश के विभिन्न इलाकों में ठनका गिरने से 46 लोगों की मौत हो गई जबकि 25 से अधिक घायल हो गए। सबसे अधिक पटना जिले में सात लोगों की जान चली गई। आसमानी बिजली गिरने से कई लोग झुलस गए। सासाराम, भभुआ और मुंगेर में सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं। दूसरी ओर, झारखंड के गढ़वा में बिजली गिरने से पांच लोगों की मौत हो गई है। राज्य के अलग-अलग जिलों में मंगलवार को मानसूनी बारिश कहर बनकर टूटी। राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए देने की घोषणा की है। आपदा विभाग के प्रधान सचिव व्यास ने इसकी जानकारी दी। देर रात तक बिजली गिरने से मरने वालों की खबर आती रही। आसमान से ठनका गिरने से नालंदा जिले में चार लोगों की मौत हो गई। पूर्वी बिहार में ठनके से 14 लोगों की मौत हो गई और सात लोग घायल हो गए। पूर्णिया में चार लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा सहरसा व कटिहार में तीन-तीन, मुंगेर में दो और मधेपुरा व किशनगंज में एक-एक व्यक्ति की जान गयी। आरा के बड़हरा में ठनका गिरने से एक महिला की मौत हो गयी और एक महिल झुलस गई, जबकि बक्सर में दो की मौत हो गई।
कैमूर जिले में अलग-अलग जगहों पर ठनका गिरने से चार लोगों की मौत हो गई और चार लोग जख्मी हो गए। मृतकों में तीन महिलाएं व एक युवक है। घायलों में भी दो महिलाएं, एक युवक व एक बच्ची है। रोहतास के नासरीगंज व कोचस प्रखंडों में पांच स्थानों पर ठनका गिरने से चार लोगों की मौत हो गयी है और आठ लोग जख्मी हो गए। औरंगाबाद में पिता-पुत्र समेत चार, कैमूर में चार और नालंदा में चार लोगों की मौत हो गई। समस्तीपुर जिले के मोहिउद्दीननगर थाने के एक गांव में ठनके की चपेट आने से एक युवक की मौत हो गई जबकि तीन बच्चे जख्मी हो गए। वहीं, मुफस्सिल थाने के मोरदीवा गांव स्थित चौर में ठनका गिरने से एक किशोर की मौत हो गई। वहीं, मुजफ्फरपुर जिले में ठनके से दो लोगों की जान चली गई।