पटना: आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद के विधायक पुत्र तेजप्रताप यादव ने कहा है कि लगता है कि तेजस्वी यादव ही बिहार के मुख्यमंत्री बनेंगे, यह स्टाम्प पेपर पर लिख कर देना होगा। यह बात उन्होंने राज्य के अगले मुख्यमंत्री के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में कही। बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और उनके रिश्तों के पर तेजप्रताप यादव ने टृवीट कर कहा है कि ''लोगों के मुद्दे छोड़ कुर्सी पर बैठे अपने आकाओं के इशारे पर भाई - भाई में दरार की मनगढ़ंत कहानियां चलाने वाले चंद लोग कान खोलकर सुनलें. मेरी लड़ाई किसान, महिला और नौजवानों को ठगने वाली जनविरोधी सरकार से है और इनके खिलाफ जंग लड़ूंगा और इन्हें परास्त भी करूंगा. रोक सको तो रोक लो...''
राजद प्रमुख लालू प्रसाद को सीबीआई द्वारा फंसाये जाने के आरोपों के विरोध में एकदिवसीय धरना कार्यक्रम पार्टी कार्यालय के बाहर आयोजित किया गया। कार्यक्रम में तेजप्रताप यादव भी शामिल हुए। तेजप्रताप ने बताया कि लालू प्रसाद को फंसाये जाने के खिलाफ 9 जनवरी को नई दिल्ली के जंतर मंतर में होने वाले पार्टी के प्रदर्शन में शामिल होंगे।
इससे पहले मंगलवार को तेजप्रताप ने कहा कि उन्हें छोटे भाई तेजस्वी यादव के जनता दरबार में आने से बेहद खुशी होगी।
गौरतलब है कि विधायक और पूर्व मंत्री तेज प्रताप ने सोमवार को कहा था कि यदि पार्टी की कमान उन्हें सौंपी गई तो वह पीछे नहीं हटेंगे। लेकिन उनके राजद की कमान संभालने की संभावना को लेकर अन्य नेताओं में खलबली संबंधी सवालों के जवाब नहीं दिए। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि पार्टी में कुछ आरएसएस जैसी सोच वाले लोग हैं लेकिन मुझसे व्यक्तिगत रूप से मिलने के बाद उनके विचार भी बदलेंगे। मुझे नहीं पता है कि वह क्या कह रहे हैं और क्यों कह रहे हैं। चुनाव आ रहे हैं और कई लोग बेकार में टिकट की चिंता करते हुए बोलने लगते हैं।
तेज प्रताप ने यह भी कहा कि वह तेजस्वी यादव को बिहार का अगला मुख्यमंत्री बनाने के लिए काम करने को लेकर प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने सार्वजनिक तौर पर अपनी प्रतिबद्धता बहुत पहले जताई थी। मैंने महाभारत का प्रसंग भी दिया था, मैंने बार-बार कहा भी है कि तेजस्वी अर्जुन हैं और मैं कृष्ण की भूमिका निभाऊंगा। मैं उसका पथ प्रदर्शन करूंगा।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग भाइयों के बीच दीवार खड़ी करना चाहते हैं। यह पूछने पर कि क्या वह चाहते हैं कि तेजस्वी जनता दरबार में शामिल हों, उन्होंने कहा क्यों नहीं?