पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फंड को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। राजधानी पटना में शुक्रवार को आयोजित एक कार्यक्रम में नीतीश ने कहा कि वे केंद्र सरकार के पैसों का इंतजार नहीं करते और राज्य सरकार के फंड से नेशनल हाइवे के 970 करोड़ रुपये के मरम्मत का काम कराया है। मुख्यमंत्री ने कहा वर्ष 2006 में राज्य सरकार ने अपनी निधि से 970 करोड़ रुपये खर्च कर एनएच की मरम्मत करायी। उन्होंने कहा कि ऐसी कोई भी मीटिंग नहीं जो एनएच को लेकर केंद्र सरकार के साथ हुई जिसमें हम इस राशि को लौटाने की मांग नहीं करते। पर अब तो यह हाल है कि हमलोग जब इस पैसे की वापसी की मांग करते हैं तो वे लोग हंसते रहते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क बनाने से अधिक महत्वपूर्ण है उसका मेंटेनेंस। अब ग्रामीण सड़कों के लिए भी मेंटेनेंस नीति के तहत काम हो रहा।
शिवाला-बिहटा एलिवेटेड रोड के निर्माण में एनएचएआई के रवैये से खिन्न मुख्यमंत्री ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी का अप्रत्यक्ष रूप से जिक्र करते हुए कहा कि केंद्र के मंत्री जी को उनके अधिकारी काम नहीं करने दे रहे।
बिहटा एयरपोर्ट तक के लिए शिवाला से एलिवेटेड रोड के प्रोजेक्ट पर जब बात की जाती है, तो कहते हैं कि आइडिया अच्छा है। सैद्धांतिक रूप से स्वीकार किये जाने की बात कहते हैं पर काम नहीं होता। उनके अधिकारी नहीं होने देते काम। अगर केंद्र ने मदद नहीं की तो शिवाला से बिहटा के बीच अपने एमडीआर पर राज्य सरकार अपनी राशि से एलिवेटेड सड़क का निर्माण करायेगी।
इसके अलावा नीतीश ने बोधगया में इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर बनाने का भी ऐलान किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांट्रैक्ट पर नियुक्त हुए सरकारी इंजीनियरों को अपने नौकरी के स्थायीकरण को लेकर परेशान होने की जरूरत नहीं है। स्थायी नौकरी में उन्हें स्वतः वेटेज मिलेगा। नव नियुक्त सहायक अभियंताओं से मुख्यमंत्री ने यह अपील किया कि आप अच्छा काम करें। अच्छा काम करने वाले इंजीनियर को लोग जनप्रतिनिधि से अधिक याद करते हैं।