पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि दुनिया की कोई ताकत देश से अनुसूचित जाति-जनजाति के आरक्षण को खत्म नहीं कर सकती है। झगड़ा लगाने के लिए बहुत लोग तरह-तरह की बात बोलते हैं, लेकिन आपके इस अधिकार का कोई हनन नहीं कर सकता है। हमलोग पूरी मजबूती से आपके साथ हैं। इसलिए कभी भी इस तरह की बात मन में नहीं लानी है।
मुख्यमंत्री बुधवार को श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में जदयू के पटना जिला दलित-महादलित सम्मेलन में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि जो काम हो रहे हैं, उनका मकसद ही हाशिए के लोगों को ऊपर उठाना है। हमलोग एक-एक काम कर रहे हैं। किसी भी चीज में पीछे नहीं हट रहे हैं। जब तक हाशिए के लोगों को मुख्यधारा में नहीं लाएंगे, तब तक हमलोग अपने लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर सकते।
काम नहीं करने वाले जुबान बहुत चलाते हैं
मुख्यमंत्री ने बिना किसी का नाम लिये राजद पर हमला बोला। कहा कि उनलोगों के समय में कोई काम नहीं होता था। जो काम नहीं करता है, वह जुबान बहुत चलाता है। बहुत बार लोग बोलते हैं कि मुख्यमंत्री चुप हैं। तो क्या हमारा काम दिनभर बोलते रहना है? वैसे भी हमलोगों के प्रवक्ता तो बोलते ही रहते हैं।
वर्ष 2004-05 में अनुसूचित जाति की योजनाओं पर 13 करोड़ पांच लाख रुपए खर्च हुए थे। वहीं अब इन समुदायों पर राज्य में वर्ष 2018-19 में 1224 करोड़ 56 लाख खर्च हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि शराबबंदी के बाद समाज में बहुत शांति आई है। जो भी छुप-छुपा के पीते हैं, वे कभी न कभी निश्चित पकड़े जाएंगे।
आपसे प्रार्थना है, आपस में कभी न झगड़िये
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में उपस्थित कार्यकर्ताओं से कहा कि आपसे हाथ जोड़कर प्रार्थना है कि आपस में कभी न झगड़िये। सभी मिलकर बिहार की प्रगति में योगदान दें। समाज में प्रेम और भाईचारा का माहौल नहीं रहेगा तो विकास का लाभ लोगों को नहीं मिलेगा। हमलोगों का झगड़ा लगाने में नहीं प्रेम और सद्भाव में यकीन है।
दलितों के लिए कई योजनाएं चलायीं
मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुसूचित जाति-जनजाति के लिए कई योजनाएं चलाई गई हैं। इस समुदाय का युवा बीपीएससी का पीटी पास करता है तो उसे 50 हजार और यूपीएससी पीटी पास करता है तो एक लाख राज्य सरकार दे रही है। उद्यमी योजना के तहत पांच लाख तक का अनुदान और पांच लाख तक बिना ब्याज के लोन दिये जा रहे हैं। और नई योजनाएं चलाने का विचार किसी के मन में आता है तो वे पत्र लिखकर जदयू के प्रदेश अध्यक्ष बशिष्ठ नारायण सिंह को बताएं। उस पर भी विचार किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने सत्ता को सेवा से जोड़ा: बशिष्ठ
बशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा राज्य में विकास के कई ऐसे काम किये गये हैं, जो किसी और के समय में किसी राज्य में नहीं हुआ। मुख्यमंत्री ने सत्ता को सेवा से जोड़ा है। मौके पर जदयू के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक, प्रवक्ता अजय आलोक, राजीव रंजन प्रसाद, हुलेश मांझी, रवींद्र तांती, वाल्मीकि सिंह आदि ने भी विचार रखे।
अफसरों की मनमानी पर अंकुश लगे: मांझी
पूर्व विधायक अरुण मांझी ने कहा कि राज्य सरकार अफसरों की मनमानी पर अंकुश लगाये। जिन पंचायतों में बड़ी संख्या में लोग खुले में शौच करते हैं, उन पंचायतों को भी ओडीएफ (खुले में शौच से मुक्त) घोषित कर दिया गया है। शौचालय बने नहीं हैं और दिखा दिया गया है कि इसका निर्माण हो गया। अफसर गलत रिपोर्ट सरकार को दे रहे हैं।