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'हाईकोर्ट के आदेश तक ट्रायल कोर्ट कोई कार्रवाई न करे': सुप्रीम कोर्ट

पटना: राष्ट्रीय जनता दल के नेता और बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने एक बार फिर से इस बात पर जोर दिया कि भारतीय जनता पार्टी यानी भाजपा विरोधी दलों को एकजुट करने का काम आखिरकार कांग्रेस पार्टी को ही करना होगा। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पटना में शनिवार को बीपी मंडल जयंती समारोह में पार्टी दफ़्तर पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि सबसे बड़ी और सबसे पुरानी पार्टी होने के कारण कांग्रेस पार्टी के ऊपर ये ज़िम्मेवारी बनती है कि वह सबको साथ लेकर चले। हालांकि, तेजस्वी ने कहा कि उनकी भी कोशिश है कि अधिक से अधिक विपक्षी पार्टियों को एक साथ एक मंच पर लाया जाए।

बिहार की राजनीतिक गलियारों में तेजस्वी यादव का यह बयान काफ़ी महत्वपूर्ण है, क्योंकि हाल के दिनों में बिहार कांग्रेस के कई नेताओं ने उनके बयानों पर आपत्ति ज़ाहिर की थी कि महागठबंधन का दरवाजा अमुक दल के लिए खुला है और अमुक दल के लिए जगह नहीं है। लेकिन सवाल है कि क्या तेजस्वी के इस बयान के बाद कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व बिहार में महगठबंधन को फिर एकजुट करने का कोई प्रयास करेगा।

तेजस्वी नीतीश कुमार के जनता दल यूनाइटेड के वापसी के विरोधी रहे हैं।

वहीं, अपने ख़िलाफ़ प्रवर्तन निदेशालय के आरोप पत्र पर तेजस्वी ने कहा कि न्यायिक प्रक्रिया के तहत इसका जवाब दिया जायेगा। जिससे साफ है कि फ़िलहाल वो सार्वजनिक रूप से इस मामले पर कुछ नहीं कहना चाहते और वकीलों के माध्यम से कोर्ट में सफ़ाई देंगे।

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