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सीवान: सदर अस्पताल के महिला वार्ड के स्वास्थ्य कर्मियों ने मानवता को शर्मसार करते हुए प्रसव कराने आयी एक महिला को सदर अस्पताल में प्रसव कराने से इनकार कर भगा दिया। प्रसव पीड़ा को देखते हुए प्रसूता के साथ आयी महिला ने सदर अस्पताल के सामने अस्पताल परिसर के एक तरफ ओट में कूड़े के ढेर पर उसे ले गयी, जहां प्रसूता ने एक बच्चे को जन्म दिया। यह घटनाक्रम करीब एक घंटे तक चलता रहा। लोग पूरी घटना को तमाशे की तरह देखते रहे। लेकिन, फिर भी अस्पताल प्रशासन की नींद नहीं खुली।

सरकार की संस्थागत प्रसव कराने के प्रोत्साहन देने के लिए जननी बाल सुरक्षा जैसी महत्वाकांक्षी योजनाएं हैं। लेकिन, आज की घटना से स्पष्ट हो गया है कि यह सब सुविधा गरीबों और असहायों के लिए नहीं है। सरकार की सुविधा लेने के लिए संपन्न या ऊंची पैरवी होनी चाहिए। इस संबंध में प्रसूता के साथ आयी महिला चंपावती देवी ने बताया कि अपने भाई की पत्नी माया को प्रसव पीड़ा होने पर पर्ची बनवाकर महिला वार्ड में ले गये। हम लोगों को देखते ही महिला कर्मचारी ने कहा कि भागो-भागो, तुम लोगों का इलाज यहां नहीं होगा।

एक महिला द्वारा एक महिला का दर्द नहीं समझना समझ से परे है। लगता है कि विभाग के साथ-साथ महिलाकर्मियों की भी संवेदना खत्म हो गयी है। घटना के संबंध में पूछे जाने पर सिविल सर्जन डॉ शिवचंद्र झा ने कहा कि 'अगर ऐसा हुआ है, तो गलत है। दोषी कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी।

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