भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में स्वास्थ्य विभाग के क्लर्क हीरो केसवानी के घर आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) का छापा पड़ा है। बताया जा रहा है कि इस क्लर्क के घर से अस्सी लाख की रकम नगद मिली है। छापे के बाद 54 वर्षीय हीरो केसवानी ने फिनायल पी लिया. उसे हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहां उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
क्लर्क हीरो केसवानी सतपुड़ा भवन में पदस्थ है. आय से अधिक संपत्ति की शिकायत पर ईओडब्ल्यू ने कोर्ट से ऑर्डर लेने के बाद उसके घर पर छापा मारा है। अब तक की जांच में टीम को अस्सी लाख का कैश और प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिले हैं। कारवाई अभी जारी है। छापे में सोने और चांदी की वस्तुएं भी मिली हैं। हीरो केसवानी स्वास्थ्य शिक्षा विभाग में सीनियर क्लर्क हैं।
वरिष्ठ लिपिक हीरो केसवानी का घर भोपाल के उपनगरीय क्षेत्र बैरागढ़ में है। इसी घर में आय से अधिक संपत्ति के मामले में छापा मारा गया। छापे की कार्रवाई से बचने के लिए लिपिक ने घर में रखा फिनाइल पी लिया जिसके बाद उसे तुरंत हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां उसका इलाज चल रहा है।
भोपाल ईओडब्ल्यू के पुलिस अधीक्षक राजेश मिश्रा ने मीडिया को बताया, ‘‘आय से अधिक संपत्ति की शिकायत पर वरिष्ठ लिपिक हीरो केसवानी के आवास पर छापा मारा गया है।'' उन्होंने कहा कि छापे की कार्रवाई फिलहाल जारी है इसलिए कुल कितनी संपत्ति का खुलासा हुआ है इसका मूल्यांकन कार्रवाई समाप्त होने के बाद किया जा सकेगा।
उन्होंने बताया कि सुबह केसवानी ने छापे के कार्रवाई का विरोध करते हुए दल के सदस्यों के साथ हाथापाई की और बाद में घर में रखा फिनाइल जैसा द्रव पी लिया। इसके बाद उल्टी होने पर उसे शासकीय हमीदिया अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है।
राजेश मिश्रा ने कहा कि शुरुआती तौर जांच में लिपिक के घर से कुल चार करोड़ रुपये से अधिक की चल-अचल संपत्ति होने का अनुमान है। ईओडब्ल्यू अधिकारी ने कहा कि केसवानी का एक पेंट हाउस वाला आवासीय घर और उसमें महंगा सजावटी सामान भी पाया गया. इस मकान की कीमत लगभग डेढ़ करोड़ रुपये है।
अधिकारी ने कहा कि लाखों की राशि केसवानी के परिवार के सदस्यों के बैंक खातों में जमा पाई गई और अधिकांश संपत्ति उसने अपनी पत्नी के नाम पर खरीदी. उसकी पत्नी एक गृहिणी है और उसके पास आय का कोई अन्य स्रोत नहीं है।