भोपाल: कर्नाटक हिजाब विवाद को लेकर सियासत गरमाई हुई है। इस बीच सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा कि भारत में हिजाब पहनने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि जहां नारी का स्थान इतना सर्वोपरि हो, वहां पर हिजाब पहनने की क्या जरूरत है। सीधी सी बात है, खिजाब लगाया जाता है सफेदी को मिटाने के लिए, बुढ़ापे को छिपाने और जवान दिखने के लिए। वहीं हिजाब अपना चेहरा छिपाने के लिए होता है।
उन्होंने कहा कि पर्दा उससे करना चाहिए, जो हमारी तरफ कुदृष्टि रखता है। यह बात निश्चित है कि हिंदू कुदृष्टि नहीं रखते। यह सनातन की संस्कृति है कि नारी की पूजा की जाती है। हमारे यहां देवताओं को भी जब जरूरत होती है तो दुष्टों को मारने के लिए देवी का आह्वान किया जाता है। यहां मां, पत्नी का स्थान सर्वोपरि है। उन्होंने कहा कि जहां नारी का इतना श्रेष्ठ स्थान है, वहां पर हिजाब पहनने की जरूरत है क्या। भारत में हिजाब पहनने की जरूरत नहीं है।
बता दें कि हिजाब विवाद कर्नाटक के उडुपी में पिछले महीने उस समय शुरू हुआ जब कुछ छात्राओं ने इस पर रोक का विरोध किया। इसके विरोध में अन्य छात्रों ने भी भगवा स्कार्फ पहनकर कॉलेज आना शुरू कर दिया। यह टकराव पूरे राज्य में तेजी से फैल गया। इस मामले की सुनवाई फिलहाल कर्नाटक उच्च न्यायालय में चल रही है जहां कुछ छात्राओं ने धर्म की स्वतंत्रता के संवैधानिक अधिकार का हवाला देते हुए हिजाब बांधने पर रोक को चुनौती दी है।