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भोपाल: मध्य प्रदेश अपने मेडिकल पाठ्यक्रम में बड़ा बदलाव करने जा रहा है। इसके तहत अब एमबीबीए के छात्रों को मेडिकल की पढ़ाई के साथ-साथ आरएसएस के विचार भी पढ़ने होंगे। छात्रों के बौद्धिक विकास के लिए देश के विचारकों और वैल्यू बेस्ड मेडिकल एजुकेशन को इसी सत्र से शामिल किया जा रहा है। 

इसको लेकर रविवार को मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग का बयान भी आया है। उन्होंने बताया कि वैल्यू बेस्ड मेडिकल एजुकेशन के लिए आरएसएस के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार, जनसंघ के संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय, डॉ. आंबेडकर, स्वामी विवेकानंद, महर्षि चरक, आचार्य सुश्रुत के विचारों को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया जा रहा है। 

फाउंडेशन कोर्स में बतौर लेक्चर होंगे शामिल 

जानकारी के मुताबिक, चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने 25 जनवरी को एक नोटशीट संबंधित विभाग के अफसरों को भेजी थी। पांच सदस्यों की कमेटी सुझाव लेने के लिए बनाई गई थी।

इन्हीं सुझावों के आधार पर जीवन दर्शन के महत्व वाले लेक्चर को फाउंडेशन कोर्स में शामिल किया गया है। ये लेक्चर फाउंडेशन कोर्स के मेडिकल एथिक्स  टॉपिक में शामिल होंगे। 

 

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