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मुंबई: शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने एक बार फिर राम मंदिर पर अपनी बात कही है। अभी तक उद्घाटन से जुड़ा निमंत्रण न मिलने पर बीजेपी की आलोचना करने वाले संजय राउत का कहना है कि अगर कांग्रेस को अयोध्या का निमंत्रण मिलता है, तो उसे उसमें जाना चाहिए।

संजय राउत ने आगे कहा कि जल्द ही इंडिया गठबंधन में शामिल सभी दल वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से एक बैठक करेंगे और उसमें संयोजक और अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी किसी को दी जा सकती है। उन्होंने बताया कि उद्धव ठाकरे की बात नीतीश कुमार, अरविंद केजरीवाल और वेणूगोपाल से हुई है।

इंडिया गठबंधन के नेताओं को केंद्रीय जांच एजेंसियॉं कर रही परेशान

संजय राउत ने इस मौके पर सरकार की तरफ से इंडिया गठबंधन के नेताओं को ईडी और अन्य केंद्रीय जांच एजेंसियों के जरिये प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि, केजरीवाल और हेमंत सोरेन को ईडी परेशान कर रही है।

उन्होंने कहा, इंडिया ब्लॉक के अन्य दल पूरी तरह से केजरीवाल और हेमंत सोरेन के साथ हैं।

महानंद की जमीन का मुद्दा भी उठाया

संजय राउत ने इस मौके पर बीजेपी पर सरकार पर एक और गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि महानंद को गुजरात लॉबी को बेचा जा रहा है। महानंद की जमीन में बड़ा घपला हो रहा है।

राम मंदिर के मुख्य पुजारी ने उद्धव पर किया था हमला

बता दें कि राम मंदिर के निमंत्रण को लेकर लगातार बीजेपी और शिवसेना के बीच हमले हो रहे हैं। हाल ही में जब उद्धव ठाकरे ने कहा कि उन्हें निमंत्रण नहीं मिला है, तो इस पर राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा था कि "निमंत्रण केवल उन लोगों को दिया जाता है, जो भगवान राम के भक्त हैं। यह कहना पूरी तरह से गलत है कि भाजपा भगवान राम के नाम पर राजनीति कर रही है, हमारे प्रधानमंत्री का हर जगह सम्मान किया जाता है। उन्होंने अपने कार्यकाल में बहुत काम किया है। यह यह राजनीति नहीं है, यह उनकी भक्ति है।''

मंदिर के उद्घाटन समारोह को राजनीतिक नहीं होना चाहिए: उद्धव

बता दें कि उद्धव ठाकरे ने रविवार (31 दिसंबर) को दावा किया था कि उन्हें अब तक निमंत्रण नहीं मिला है। उन्होंने निमंत्रण में कथित चूक को लेकर बीजेपी पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि “प्राण प्रतिष्ठा समारोह का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। मंदिर के उद्घाटन समारोह को राजनीतिक कार्यक्रम में तब्दील नहीं किया जाना चाहिए या इसे किसी एक पार्टी के इर्द-गिर्द नहीं घूमना चाहिए।”

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