मुंबई: महाराष्ट्र में पिछले दिनों सेनानिवृत्त नौसेना अधिकारी मदन शर्मा की कथित तौर पर शिवसेना कार्यकर्ताओं द्वारा पिटाई करने का मामला सामने आया। उन्होंने मंगलवार को राज्य के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की। मुलाकात के बाद उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए।
मैं भाजपा-आरएसएस के साथ हूं: मदन शर्मा
मदन शर्मा ने कहा, 'मैंने उन्हें घटना के बारे में बताया। जिन धाराओं के तहत आरोपियों पर मामला दर्ज किया गया है वो कमजोर हैं। सरकार ने आश्वासन दिया है कि वह मेरे ज्ञापन पर कार्रवाई करेगी। मैंने मांग की कि राज्य सरकार को बर्खास्त किया जाए और राष्ट्रपति शासन लगाया जाए। उन्होंने (राज्यपाल) आश्वासन दिया है कि वे केंद्र से बात करेंगे।' उन्होंने आगे कहा, 'अभी से मैं भाजपा-आरएसएस के साथ हूं। जब मुझे पीटा गया तो उन्होंने आरोप लगाया कि मैं भाजपा-आरएसएस के साथ हूं। इसलिए अब मैं घोषणा करता हूं कि मैं आज भाजपा-आरएसएस के साथ हूं।'
क्या है पूरा मामला
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की आलोचना वाले कार्टून को एक पूर्व नौसेना अधिकारी को व्हाट्सएप पर फॉरवर्ड करना भारी पड़ गया। शिवसैनिकों ने इस कार्टून को उद्धव का अपमान समझा और पूर्व अधिकारी पर शुक्रवार को जानलेवा हमला कर दिया था।
पुलिस को दिए अपने बयान में मदन शर्मा ने बताया कि इस कार्टून को फॉरवर्ड करने के बाद बीती शुक्रवार सुबह 10 बजे से पहले मुझे एक व्यक्ति का फोन आया, जिसने मुझसे मेरा नाम और घर का पता पूछा। आधे घंटे बाद, खुद को कमलेश कदम बताते हुए एक व्यक्ति ने फोन किया और मुझसे पूछने लगा कि मैंने इस कार्टून को क्यों पोस्ट किया।
बयान में शर्मा ने बताया कि मैंने कदम से कहा कि मैंने सिर्फ कॉर्टून को एक व्हाट्सएप ग्रुप से दूसरे में फॉरवर्ड किया है। दोपहर 12 बजे के करीब, एक अज्ञात व्यक्ति ने मेरे घर के टेलीफोन नंबर पर फोन किया और कहा कि मैं सोसायटी के गेट पर आऊं, क्योंकि वह मुझसे बात करना चाहता है।
पूर्व नौसेना अधिकार ने बताया कि जब मैं सोसायटी के गेट पर पहुंचा तो वहां 8 से 10 आदमी खड़े थे, जिन्होंने मुझसे पूछा कि मैंने उस कॉर्टून को व्हाट्सएप पर क्यों पोस्ट किया। मैंने उन्हें एक बार फिर बताया कि मैंने सिर्फ एक ग्रुप से दूसरे ग्रुप में फॉरवर्ड किया है। लेकिन उन्होंने मेरी एक न सुनी और मुझे बुरी तरह पीटने लगे।