मुंबई: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे ने शुक्रवार को कहा कि राज्य की शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के गठबंधन वाली महा विकास अघाड़ी सरकार ज्यादा दिन नहीं चल पाएगी। उन्होंने इसके पीछे सदस्य दलों में एकता न होने की बात कही है। वहीं, कोविड-19 महामारी को लेकर उन्होंने कहा कि बीमारी के बारे में लोगों के मन में व्याप्त भय को दूर करना आवश्यक था।
ठाकरे ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि यह सरकार लंबे समय तक चल पाएगी... मैं नहीं चाहता हूं कि सरकार को गिर जाना चाहिए। लेकिन सरकार ज्यादा लंबे समय तक नहीं चल पाएगी क्योंकि सत्ताधारी दलों के बीच एकता नहीं है और वे विभिन्न मुद्दों पर एक-दूसरे से चर्चा नहीं करते हैं।' उन्होंने राज्य सरकार को लेकर यह टिप्पणी एक मराठी समाचार चैनल पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान की।
अभी राम मंदिर के भूमि पूजन के पक्ष में नहीं ठाकरे
दूसरी ओर अयोध्या में पांच अगस्त को होने वाले राममंदिर के भूमिपूजन को लेकर ठाकरे ने कहा कि इसे अभी आयोजित करने की जरूरत नहीं थी।
ठाकरे ने कहा कि इसे स्थिति सामान्य होने के बाद आयोजित किया जा सकता था। मनसे नेता ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के ‘ई- भूमि पूजन’ के सुझाव को भी खारिज कर दिया और कहा कि भूमि पूजन का कार्यक्रम बड़े उत्साह के साथ आयोजित किया जाना चाहिए।
राज ठाकरे ने इसे लेकर कोरोना वायरस की स्थिति का हवाला दिया। उन्होंने कहा, ‘इस समय भूमि पूजन की आवश्यकता नहीं थी क्योंकि अभी लोगों की मानसिक स्थिति बिल्कुल अलग है। स्थिति सामान्य होने पर इसे दो महीने बाद भी किया जा सकता था। तब लोग इस कार्यक्रम का आनंद भी उठा पाते।’ बता दें कि पांच अगस्त को हो रहे राम मंदिर के भूमिपूजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सम्मिलित होने की भी संभावना है।
महामारी के दौरान मास्क पहनने को जरूरी नहीं बताया
वहीं, महामारी के दौरान मास्क पहनने को उन्होंने गैरजरूरी करार दिया। उन्होंने कहा, 'इसकी जरूरत नहीं है।' ठाकरे ने कहा कि इस साल मई में मुख्यमंत्री द्वारा कोविड-19 की स्थिति को लेकर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में उन्होंने मास्क नहीं पहना था। तब भी मीडिया ने उनसे इसे लेकर सवाल पूछे थे। उन्होंने कहा, 'मैंने तब भी मास्क नहीं पहना था और न ही उसके बाद कभी पहना।'
उन्होंने कहा, जब पत्रकारों ने मंत्रालय के बाहर मुझे मास्क न पहनने को लेकर सवाल पूछे थे, मैंने कहा था कि आप मास्क और ग्ल्व्स पहन कर समाचार पहुंचा रहे हैं। तब 120 मीडियाकर्मियों की जांच हुई थी जिसमें 55 मास्क पहनने के बावजूद पॉजिटिव पाए गए थे। उन्होंने कहा, 'लेकिन वे 55 पत्रकार बाद में ठीक हो गए। मेरे कुछ लोग भी संक्रमित हुए थे, लेकिन वे ठीक हो गए। मैं कोई चिकित्सा विशेषज्ञ नहीं हूं, लेकिन मेरे सामने कुछ उदाहरण हैं और उनके आधार पर मैं बोल सकता हूं।'