मुंबई: कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के चलते महाराष्ट्र सरकार ने कई कड़े फैसले लिए हैं। महाराष्ट्र सीएम उद्धव ठाकरे ने बताया कि रविवार को हमने राज्य की सीमाओं को सील कर दिया था और सोमवार यानि आज से हम जिला सीमाओं को सील कर रहे हैं। हम उन जिलों को संक्रमण से दूर रखने के लिए ऐसा कर रहे हैं जो अब तक बचे हुए हैं। उन्होंने बताया कि किराने का सामान, दूध, बेकरी, चिकित्सा आदि आवश्यक चीजों की दुकानें खुली रहेंगी। लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। सभी धार्मिक स्थल बंद रहेंगे। केवल पुजारी और मौलवी ही अंदर होंगे और प्रार्थना करेंगे।
उन्होंने बताया कि सभी जिलों की सीमाओं को सील कर दिया गया है, कोई भी अंतर जिला परिवहन की अनुमति नहीं है क्योंकि महाराष्ट्र सरकार ने राज्यव्यापी कर्फ्यू की घोषणा की है। कार्य करने के लिए सभी आवश्यक सेवाएं और उनके परिवहन की भी अनुमति है लेकिन प्रतिबंधों के साथ। सूबे में धारा 144 लगा दी गई है और पांच लोगों से ज्यादा के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगाया गया है। सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि लोग नहीं मान रहे हैं जिसकी वजह से हमें मजबूरन सूबे में कर्फ्यू लगाना पड़ रहा है।
महाराष्ट्र के आवास मंत्री और राकांपा के वरिष्ठ नेता जितेंद्र आव्हाड ने सोमवार को कहा कि लोग सामाजिक दूरी बनाने या लॉकडाउन के नियमों का उचित तरीके से पालन नहीं कर रहे हैं। आव्हाड ने कोरोना वायरस से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए और क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाने का आग्रह किया था।ठाणे जिले के मुंब्रा कलवा सीट से विधायक आव्हाड ने कहा कि उन्होंने सोमवार को अपने इलाके का दौरा किया था और उन्होंने पाया कि बहुत सारे लोग तथा गाड़ियां सड़कों पर हैं।
अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि महाराष्ट्र में कोविड-19 के मामलों की संख्या बढ़कर 89 हो गई है। पिछले 24 घंटे में घातक संक्रमण के 15 और पॉजिटिव मामले सामने आए हैं।