पुणे: भीमा-कोरेगांव हिंसा मामले में बयान देने पर एनसीपी नेता शरद पवार को तलब करने की अपील की गई है। सामाजिक समूह विवेक विचार मंच ने कहा कि इस मामले में पवार ने जो बयान दिए उससे पता चलता है कि उनके पास कई अतिरिक्त सूचनाएं हैं, इसलिए उन्हें बुलाकर पूछताछ की जाए। दो सदस्यीय आयोग इस मामले की जांच कर रहा है। आयोग के समक्ष दिए आवेदन में विवेक विचार मंच के सदस्य सागर शिंदे ने 18 फरवरी को पवार की तरफ से बुलाए गए संवाददाता सम्मेलन का हवाला दिया है।
उन्होंने कहा कि पवार ने आरोप लगाया है कि दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं - मिलिंद एकबोटे और संभाजी भिड़े ने भीमा-कोरेगांव और उसके आस-पास के इलाकों में अलग माहौल पैदा कर दिया था। उन्होंने पुणे पुलिस आयुक्त की भूमिका पर भी सवाल उठाए थे। शिंदे ने कहा कि उसके पास यह विश्वास करने के कारण हैं कि पवार के पास प्रासंगिक एवं अतिरिक्त सूचनाएं हैं। ये उन सूचनाओं से अलग हैं जो उन्होंने हिंसा तथा अन्य संबंधित मामलों के संबंध में आयोग के समक्ष पूर्व में दायर हलफनामे में साझा की हैं।
इसलिए, न्याय के हित में, यह आवेदक आयोग से पवार को तलब करने की और उनसे व्यक्तिगत तौर पर गवाही देने के लिए तथा उनके पास मौजूद और सूचनाएं उपलब्ध कराने के लिए कहने की प्रार्थना करता है ताकि आयोग निष्पक्ष एवं न्याय संगत तरीके से अपने परिणामों तक पहुंच सके।