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'हाईकोर्ट के आदेश तक ट्रायल कोर्ट कोई कार्रवाई न करे': सुप्रीम कोर्ट

नई दिल्ली: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे आज (शुक्रवार) दिल्ली आ रहे हैं। वह शाम 4 बजे दिल्ली पहुंचेंगे। उद्धव का प्रधानमंत्री मोदी से मिलने का कार्यक्रम है। इस मुलाकात से पहले शिवसेना ने मुखपत्र 'सामना' के जरिए भाजपा की केन्द्र सरकार पर हमला बोला है। शिवसेना ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश से अयोध्या में राम मंदिर के कार्य को गति मिली है। राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट की स्थापना की गई है। आगामी 15 दिनों में मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा, ट्रस्ट द्वारा ऐसा निश्चय किया गया है। 2024 तक काम पूरा हो जाएगा तो इसका लाभ भारतीय जनता पार्टी को मिलेगा। लोकसभा चुनाव 2024 में हो रहे हैं इसलिए प्रभु श्रीराम प्रचार के मुख्य अतिथि होंगे ये तय हो चुका है क्योंकि पाकिस्तान या सर्जिकल स्ट्राइक आदि मुद्दे 2024 में नहीं चलेंगे।

'सामना' में लिखा है कि राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्यों पर नजर डाली जाए तो क्या दिखाई देता है? महंत नृत्य गोपालदास ट्रस्ट के अध्यक्ष चुने गए हैं। चंपत राय महासचिव और गोविंद देव गिरि को कोषाध्यक्ष बनाया गया है। जबकि 'निर्माण' अर्थात मंदिर निर्माण समिति का अध्यक्ष पूर्व कैबिनेट सचिव नृपेंद्र मिश्रा को बनाया गया है।

मिश्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विश्वासपात्र हैं। राम मंदिर कार्य पर मोदी ने नजर रखी हुई है और इसके लिए कालावधि निश्चित कर ली गई है।

ठाकरे आज प्रधानमंत्री मोदी से करेंगे मुलाकात 

शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने एक ट्वीट कर जानकारी दी है कि उद्धव ठाकरे आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे। पिछले साल नवंबर में मुख्यमंत्री बनने के बाद यह उद्धव ठाकरे की पहली दिल्ली यात्रा होगी जिसमें वह प्रधानमंत्री से मुलाकात करेंगे। शिवसेना ने इसे शिष्टाचार भेंट बताया है। प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद उद्धव ठाकरे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मिलेंगे। इसके बाद उद्धव का भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी से भी मिलने का कार्यक्रम है।

उद्धव ठाकरे ने पिछले साल 28 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उन्हें सर्वसम्मति से तीन दलों के महाविकास अघाड़ी का नेता चुना गया था। महाविकास अघाड़ी में शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी गठबंधन दल हैं। गौरतलब है कि उद्धव ठाकरे के अगुवाई वाले दल शिवसेना ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से नाता तोड़ कर वैचारिक रूप से अपने धुर विरोधी दल एनसीपी और कांग्रेस से गठबंधन कर लिया था। महाराष्ट्र में पिछले साल अक्टूबर में विधानसभा चुनाव हुए थे लेकिन काफी उठापटक के बाद नवंबर में सरकार का गठन हुआ था।

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