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मुंबई: संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन की पृष्ठभूमि में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि राज्य के किसी नागरिक को निकाले जाने का भय मन में नहीं पालना चाहिए। उन्होंने विधानसभा में कहा कि राज्य में शांति कायम रखी जानी चाहिए। राज्य में संशोधित नागरिक कानून और प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिक पंजी को लेकर पिछले दो दिनों से छिटपुट हिंसा देखने को मिली है। ठाकरे ने कहा राज्य सरकार किसी भी समुदाय या धर्म के अधिकारों का उल्लंघन नहीं होने देगी।

उन्होंने कहा जो लोग प्रदर्शन करना चाहते हैं, वे अधिकारियों को ज्ञापन दे सकते हैं और उन्हें प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से करना चाहिए। नागरिकों को डरने की जरूरत नहीं है कि इस कानून के लागू होने के बाद उन्हें देश से निकाल दिया जाएगा। उन्होंने कहा कोई भी ऐसी घटना नहीं होनी चाहिए, जो राज्य पर दाग हो। बाद में संववादाताओं से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि संशोधित नागरिकता कानून और एनआरसी पर ढेर सारी अशांति और गलतफहमी हैं विरोध मार्च निकाले जा रहे हैं, हिंसा हो रही है।

उच्चतम न्यायालय को इस कानून की संवैधानिक वैधता पर निर्णय करना है।

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