मुंबई: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने 'स्वच्छ भारत' अभियान को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि स्पष्ट रणनीति और कार्य योजना के अभाव में महज नारों से कोई अंतर नहीं आएगा और देश स्वच्छ नहीं होगा। राहुल दूसरे कांग्रेसी नेताओं के साथ कचरा डालने के स्थल मुंबई के देवनार मैदान से लौटने के बाद संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। देवनार में हाल में आग की कई घटनाओं के कारण धुएं और जहरीली गैसों के कारण क्षेत्र में स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं उत्पन्न हो गई थीं। उन्होंने कहा, 'मैंने यहां चेम्बूर के कुछ लोगों से बातचीत की। एक व्यक्ति रो रहा था। लोग टीबी से प्रभावित हो रहे हैं। एक बच्चे की इसके कारण मौत भी हो चुकी है। इस मैदान से प्रदूषण निकल रहा है, जो उनके लिए परेशानी का सबब बन गया है।' राहुल ने कहा, 'महज स्वच्छ भारत के नारे लगाने से कोई बदलाव नहीं आएगा। आपके पास कार्य योजना होनी चाहिए। आपको इसके लिए कोई रणनीति बनानी चाहिए।' उन्होंने यह भी कहा कि स्वच्छ भारत का नारा गढ़ना एवं देश को स्वच्छ रखना, दो बिल्कुल भिन्न बातें हैं।
राहुल ने कहा, 'लेकिन दुर्भाग्यवश भारत को कैसे स्वच्छ रखा जाए तथा लोगों को कचरा डालने वाले इस मैदान की समस्या से निजात दिलाने के लिए, प्रतीत होता है कि कोई दृष्टिकोण या रणनीति नहीं है।' कचरा डालने वाले मैदान को बंद करने की मांग करते हुए उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री को फौरन कुछ करना चाहिए, यह शहर, मुंबई प्रगति का प्रतीक है।' कांग्रेस उपाध्यक्ष आज देवनार मैदान को देखने के लिए बिना मास्क पहन कर गए। चेम्बूर सिटीजन फोरम की ओर से इसके संयुक्त सचिव एस बालाकृष्णन ने राहुल गांधी से मुलाकात की और इस कचरा डालने के मैदान को बंद करने की मांग की। इससे इस क्षेत्र में 1.2 करोड़ टन कचरे के वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण का रास्ता साफ हो जाएगा। बालाकृष्णन ने बताया कि यह मैदान काफी पहले ही अपनी क्षमता को पार कर गया है और आग की वजह से उठे धुएं और धुंध से लाखों नागरिकों के स्वास्थ्य को गंभीर खतर उत्पन्न हो गया है। उन्होंने कहा कि राहुल ने इसको फौरन बंद किये जाने की मांग का समर्थन किया। वहीं मुंबई के कांग्रेस प्रमुख संजय निरूपम ने कहा, 'कचरा डालने के इस मैदान को बनाए रखना, जबकि इसकी जीवन प्रत्याशा काफी पहले वर्ष 2000 में ही पूरी हो गई थी, शिवसेना-बीजेपी गठबंधन के भ्रष्टाचार का जीवंत उदाहरण है। यह गठबंधन ही मुंबई नगर निगम में सत्तारूढ़ है।' उन्होंने कहा कि बीएमसी प्रशासन वैज्ञानिक तरीके से कचरे का निस्तारण करने में बुरी तरह विफल रहा है तथा इसी लिए कांग्रेस इस मैदान को तुरंत बंद करने की मांग कर रही है। इस दौरान बीएमसी के विपक्ष के नेता प्रवीण चड्ढा अन्य नेताओं के साथ मैदान पर मौजूद थे।