नागपुर: अलग विदर्भ राज्य की मांग का समर्थन कर विवादों में आने के बाद हाल ही में इस्तीफा देने वाले महाराष्ट्र के महाधिवक्ता श्रीहरि एनी ने शनिवार को कहा कि पृथक विदर्भ राज्य की मांग पर जनमत संग्रह होना चाहिए। पृथक विदर्भ के ज्ञात पैरोकार एनी ने कहा कि यदि 51 फीसदी से कम लोग पृथक विदर्भ राज्य का समर्थन करेंगे तो 'हम हमेशा के लिए यह मुद्दा छोड़ देंगे।' उन्होंने नागपुर में प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में कहा, 'मेरा मत है कि विदर्भ बनाने का फैसला दिल्ली के हाथों में है और यदि पूरी महाराष्ट्र विधानसभा नए राज्य के गठन के खिलाफ प्रस्ताव पारित करती है तो भी संसद विदर्भ बना सकती है।' उन्होंने कहा कि संसद इस मामले में सर्वोच्च है। एनी ने कहा कि विदर्भ के लिए समर्थन जुटाने के लिए वह बसपा प्रमुख मायावती, आप नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और जेडीयू नेता एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलेंगे तथा कांग्रेस एवं भाजपा के अलावा इन दलों का समर्थन जुटाया जाएगा।
एनी ने कहा कि विदर्भ समर्थक संगठन दिल्ली में 31 मार्च को धरना देंगे और वह उसमें शामिल होंगे। उससे पहले दिन में उन्होंने महाधिवक्ता के पद से इस्तीफा दिया और इसके बाद पहली बार नागपुर गए, जहां विदर्भ के समर्थकों ने उनका भव्य स्वागत किया। इस्तीफा देने के अपने फैसले का बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें डर था कि विधानमंडल का बजट सत्र बाधित होगा अतएव उन्होंने त्यागपत्र देने का निर्णय लिया। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अब तक उनके इस्तीफे पर निर्णय नहीं लिया है। समझा जाता है कि फडणवीस का उनके साथ करीबी संबंध है।