मुंबई: विजय माल्या की विमानन कंपनी किंगफिशर के मुंबई महानगर स्थिति मुख्यालय भवन ‘किंगफिशर हाउस’ की नीलामी आज (गुरूवार) खाली गयी। इस इमारत के लिए कोई बोली नहीं मिलने से बैंकों को इस बंद पड़ी एयरलाइन से अपने बकाया ऋणों को वसूल करने की कोशिश को झटका लगा है। माना जा रहा है कि इरारत पर मुकदमेबादी की आशंका और नीलामी में उंचे आरक्षित मूल्य के कारण खरीददार आगे नहीं आए। इस इमारत की नीलामी में न्यूनतम आरक्षित मूल्य 150 करोड़ रुपए रखा गया था। मुंबई के अंतर्देशीय हवाईअड्डे के पास विले पार्ले क्षेत्र में बनी इस इमारत का निर्मित क्षेत्र 17,000 वर्ग फुट है। इसकी नीलामी सुबह साढे ग्यारह बजे शुरू हुई थी। सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय स्टेट बैंक के नेतृत्व में बैंकों के एक कंसोर्टियम के लिए एसबीआई कैप्स द्वारा आयोजित इस नीलामी प्रक्रिया से जुड़े एक अधिकारी ने कहा, ‘कोई बोली लगाने वाला नही आया । मुझे लगता है कि न्यूनतम मूल्य ज्यादा होने के कारण ऐसा हुआ।’ उन्होंने कहा, किंगफिशर हाउस के लिए न्यूनतम मूल्य 150 करोड़ रपए तय किया गया था। सूत्रों ने बताया कि 17 सदस्यों वाला यह कंसोर्टियम जल्दी ही समीक्षा बैठक करेगा और इसमें न्यूनतम मूल्य पर भी चर्चा होगी।
आनलाईन नीलामी एसबीआई कैप्स की अनुषंगी एसबीआईकैप्स ट्रस्टी ने की थी। बैंकों ने पिछले साल अपना करीब 9,000 करोड़ रुपए का बकाया वसूल करने के लिए किंगफिशर हाउस का अधिग्रहण किया था जिसमें भुगतान न किया गया ऋण और ब्याज शामिल है।