ताज़ा खबरें
झारखंड में 'इंडिया' गठबंधन को मिला बहुमत, जेएमएम ने 34 सीटें जीतीं
पंजाब उपचुनाव: तीन सीटों पर आप और एक पर कांग्रेस ने की जीत दर्ज

मुंबई: 1993 के मुंबई बम धमाकों के मामले में दोषी संजय दत्त येरवडा जेल से रिहा हो गए हैं। जेल से रिहा होकर संजय दत्त ने कहा कि आजादी की यह राह आसान नहीं थी, दोस्तों’। यह बात उन्होंने मुंबई जाने से पहले पुणे एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत में कही। उन्हें लेने के लिए महेश भट्ट और राजू हिरानी पहुंचे थे। जेल से निकलते ही उन्होंने अपना बैग नीचे रखा और वहां लगे तिरंगे को सलाम किया। वह चार्टर्ड प्लेन से मुंबई जा रहे हैं। मुंबई लौटते ही वह सबसे पहले गणपति बप्पा के दर्शन के लिए सिद्धिविनायक मंदिर जाएंगे। इसके बाद संजय मरीन लाइंस स्थित बड़ा क़ब्रिस्तान पहुंचकर अपनी मां नर्गिस दत्त को श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे। पाली हिल स्थित अपने घर लौटने के बाद संजय अपने पिता सुनील दत्त के चित्र के सामने पूजा करेंगे। संजय दत्त के स्वागत के लिए पाली हिल पर उनका इंपीरियल हाइट्स तैयार है। उम्मीद है कि घर पहुंचकर वह मीडिया से मुखतिब होंगे।

उत्साहित बॉलीवुड के अलावा संजय दत्त की रिहाई पर सबसे दिलचस्प नज़ारा देखने मिलेगा भिंडी बाज़ार के एक रेस्टोरेंट में जहां संजय के नाम से 'संजू बाबा चिकन' मुफ़्त में खिलाया जाएगा। संजय के लौटने की खुशी में बॉलीवुड की ओर से भी जश्न की तैयारियां हैं। इस बीच अपनी सजा अवधि के दौरान अनियमित छूट पाने और अधिकारियों की ओर से विशेष सुविधा दिए जाने के आरोपों के कारण अभिनेता विवादों में भी रहे। उनके वकीलों के मुताबिक, दत्त को दी गई छूट जेल नियमों और नियमावली के मुताबिक थी। यरवदा जेल के अधीक्षक यूटी पवार ने बताया, जेल में सजा काटने वाले हर आम कैदी के साथ जो सामान्य प्रक्रिया की जाती है। पवार ने इन आरोपों का खंडन किया कि सेलिब्रिटी होने के नाते जेल अधिकारियों ने दत्त को सजा के दौरान विशेष सुविधा प्रदान की। उन्होंने कहा, उन्हें दी गई छूट जेल नियमों के मुताबिक थी और उनके साथ भी अन्य दोषियों की तरह ही व्यवहार किया गया। महाराष्ट्र के गृह राज्य मंत्री राम शिंदे ने बताया कि अभिनेता 25 फरवरी को अपनी जेल की सजा पूरी कर लेंगे। आठ महीने 16 दिन की गणना पूरी करने के बाद बाकी की अवधि उन्होंने माफी या अच्छे बर्ताव के आधार पर मिली छूट के तौर पर हासिल की। जेल अधिकारियों के मुताबिक, रूपहले पर्दे पर ‘खलनायक’ और ‘मुन्नाभाई’ का किरदार निभा चुके अभिनेता को जेल में पेपर बैग बनाने का काम मिला। सजा के दौरान उन्हें 2013 में 90 दिन और बाद में 30 दिन की पैरोल दी गई थी। उधर, संजय दत्त की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। मुंबई हाइकोर्ट में उनकी रिहाई के खिलाफ जनहित याचिका दायर की गई है। यह याचिका प्रदीप भालेकर ने पक्षपात को आधार बनाते हुए दायर की है। याचिका में मांग की गई है कि संजय दत्त की रिहाई पर रोक लगाई जाए। इस याचिका पर आज मुंबई हाईकोर्ट में सुनवाई होगी। शस्त्र अधिनियम के तहत गैर कानूनी रूप से हथियार रखने के मामले में दोषी दत्त को मई 2013 में उनकी बाकी की सजा पूरी करने के लिए यरवदा जेल भेजा गया था।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख