जयपुर: राजस्थान के अजमेर जिले में 25 वर्षीय दलित महिला के साथ एक पुजारी और अन्य लोगों द्वारा कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म किए जाने का मामला सामने आया है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि आरोपी संजय शर्मा पीड़िता का पारिवारिक पुजारी है और उसके परिवार की तरफ से कई धार्मिक अनुष्ठान कर चुका है।
पुलिस उपाधीक्षक अजमेर (उत्तर) छवि शर्मा ने पीड़िता की ओर से दायर शिकायत के हवाले से कहा, 'आरोपी ने पीड़िता को घर में अकेली पाकर उसके साथ कथित तौर पर दुष्कर्म किया और घटना का वीडियो बनाया। इसके बाद उसने पीड़िता से पैसे वसूले और फिर कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर उसके साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म किया।'
शर्मा के मुताबिक, आरोपियों ने पीड़िता को कथित तौर पर नशीला पदार्थ खिलाया था, जिसके चलते वह वारदात में शामिल लोगों की संख्या नहीं बता पा रही है। शर्मा के अनुसार, पीड़िता ने अपनी शिकायत में कहा है कि आरोपी पुजारी ने उसे बंधक बनाकर रखा था और पिछले एक महीने में उसके साथ कई बार दुष्कर्म हुआ।
पुलिस के मुताबिक, पीड़िता ने आरोप लगाया है कि आरोपी पुजारी ने विरोध करने पर उसके पति और बच्चों को जान से मारने व दुष्कर्म का वीडियो सार्वजनिक करने की धमकी दी थी।
पुलिस ने बताया कि पीड़िता ने अपनी शिकायत में कहा है कि उसे बंधक बनाकर रखा गया था और नशीले इंजेक्शन दिए गए थे।
पीड़िता ने बताया है कि जब वह घर नहीं लौटी तो उसके पति ने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद आरोपी ने उसे 27 सितंबर को एक पुलिस थाने के बाहर छोड़ दिया।
पुलिस के अनुसार, शिकायत के आधार पर सात अक्टूबर को प्राथमिकी दर्ज कर ली गई और आरोपियों की तलाश जारी है।
एक अधिकारी ने बताया कि पीड़िता की चिकित्सकीय जांच कराके उसके बयान दर्ज कर लिए गए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।