ताज़ा खबरें
महाराष्ट्र के नतीजे पर उद्धव बोले- 'यह सिर्फ एक लहर नहीं, सुनामी थी'
संसद में वायनाड के लोगों की आवाज बनूंगी: चुनाव नतीजे के बाद प्रियंका
झारखंड में 'इंडिया' गठबंधन को मिला बहुमत, जेएमएम ने 34 सीटें जीतीं
पंजाब उपचुनाव: तीन सीटों पर आप और एक पर कांग्रेस ने की जीत दर्ज

जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने वफादार विधायकों का बचाव करते हुए कहा कि वह राज्य में 2020 के विद्रोह के दौरान अपनी सरकार को बचाने वाले 102 विधायकों को नहीं छोड़ सकते। साथ ही उन्होंने 2020 में उनके खिलाफ बगावत करने वाले विधायकों पर हमला करते हुए कहा कि वे लोग बीजेपी के साथ हैं।

गहलोत ने कहा, "हमारे कुछ विधायक अमित शाह, धर्मेंद्र प्रधान और अन्य नेताओं से मिले। अमित शाह हमारे विधायकों को मिठाई खिला रहे थे, तो मैं उन 102 विधायकों को कैसे भूल सकता हूं, जिन्होंने कांग्रेस सरकार को बचाया।" उन्होंने कहा, "जब भी मुझे जरूरत पड़ी, राजनीतिक संकट के दौरान या कोरोना के दौरान मुझे जनता का समर्थन मिला। इसलिए मैं उनसे कैसे दूर रह सकता हूं।"

गहलोत ने सचिन पायलट का नाम लिए बिना संकेत दिया कि पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए उनकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि राज्य में नए मुख्यमंत्री के नाम को लेकर विधायकों में नाराजगी क्यों है।

गहलोत पिछले सप्ताह तक पार्टी आलाकमान के आशीर्वाद से कांग्रेस अध्यक्ष चुने जाने के लिए निश्चित थे, लेकिन उनके वफादार विधायकों के काम के चलते उनका पत्ता कट गया।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख