जयपुर: उदयपुर टेलर हत्याकांड की वजह से प्रशासन ने एहतियातन सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी है। इसी बीच, खबर है कि सीएम अशोक गहलोत आज कन्हैयालाल के परिवार से मिलने जाएंगे। उन्होंने आश्रित परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने की भी घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि प्रदेशवासियों को विश्वास दिलाता हूं कि जिस तरह पोक्सो एक्ट के कई प्रकरणों में त्वरित कार्रवाई कर अपराधियों को सजा दिलाई गई, उसी तरह उदयपुर सहित अन्य मामलों में भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कन्हैयालाल के परिवार के साथ पूरे प्रदेशवासी खड़े हैं। आश्रित परिवार को 50 लाख रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
उदयपुर घटना पर कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा है कि मैं इसे आतंकी हमला मानूंगा। सरकार ने भी कहा है कि इसे एक तरह से आतंकी हमले की नज़र से ही देखना पड़ेगा। आरोपी पकड़े गए हैं और फास्ट ट्रैक कोर्ट द्वारा इन्हें ऐसी सज़ा मिले जो देश, दुनिया में एक उदाहरण बने। पीड़ित परिवार के लोगों को सारी मदद प्रदान करेंगे। इस घटना में जो भी ज़िम्मेदार है उस पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
मृतक कन्हैयालाल की पत्नी यशोदा ने बताया कि उनके पति ने सोशल मीडिया पोस्ट पर जान से मारने की धमकी मिलने के बाद कई दिनों तक काम छोड़ दिया था। कन्हैया लाल की पत्नी ने बताया कि उनके पति ने फिर से अपना काम शुरू करने का फैसला किया। इसी बीच, कुछ घंटों के लिए वह काम पर गए थे।
राजस्थान पुलिस ने उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल की नृशंस हत्या में शामिल दोनों आरोपियों के खिलाफ गैर कानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज किया है।
उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल की हत्या के मुख्य आरोपियों में से एक मोहम्मद रियाज उदयपुर के परकोटे में एक दुकान पर वेल्डर के रूप में काम करता था। पुलिस सूत्रों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वह एक स्थानीय मस्जिद में भी काम करता था और धार्मिक प्रचार में शामिल रहता था। उन्होंने कहा कि रियाज 12 जून को अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ किराए के मकान में रहने गया था। मकान मालिक मोहम्मद उमर ने कहा, ‘‘मैं उससे कभी नहीं मिला। रियाज की पत्नी ने किराये के आवास के लिए मेरी पत्नी से संपर्क किया था। मैंने पहचान पत्र मांगा था लेकिन उन्होंने मुझे नहीं दिया। परिवार ने घटना से पहले 28 जून को मकान खाली कर दिया था।''
राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष डा सी.पी. जोशी ने कहा, ‘‘दलों के प्रतिनिधि अपने बूथ लेवल के कार्यकताओं को शांति बनाए रखने का संदेश दें। हम सभी को शांति कायम कर देश में राजस्थान का उदाहरण पेश करना चाहिए।''
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि राजनीतिक दलों का दायित्व है कि ऐसे समय में राजनीति नहीं करें, सरकार के साथ मजबूती और मुस्तैदी के साथ खड़े रहें। गृह राज्यमंत्री राजेंद्र सिंह यादव ने प्रदेशवासियों से शांति कायम रखने की अपील की।
राष्ट्रीय लोकदल के प्रतिनिधि व तकनीकी शिक्षा राज्यमंत्री डा. सुभाष गर्ग ने कहा,‘‘इस आंतकी घटना को किसी भी जाति, धर्म या समुदाय से जोड़कर ना देखा जाए। प्रदेश में पहली बार ऐसी घटना हुई है। राजनीतिक दलों का दायित्व बनता है कि ऐसी स्थिति में राज्य सरकार के साथ मिलकर एकजुटता का संदेश दें।''
भारतीय जनता पार्टी के प्रतिनिधि व पूर्व मंत्री अरूण चतुर्वेदी ने कहा कि राजस्थान पुलिस ने अपराधियों की तुरंत गिरफ्तारी की है और सरकार को इन्हें शीघ्र सजा दिलाकर राजस्थान को आदर्श राज्य बनाने के प्रयास करने चाहिए, तभी प्रदेश में अपराध रूकेगा। पुलिस महानिदेशक एम.एल. लाठर ने बताया कि पुलिस की त्वरित कार्रवाई के कारण दोनों अपराधियों को घटना के चार घंटे के भीतर ही गिरफ्तार कर लिया गया। साथ ही, इस षडयंत्र में शामिल चार अन्य अपराधियों को भी हिरासत में लेकर उनके खिलाफ धारा 120 बी के तहत मामला दर्ज किया गया है।
सोशल मीडिया पर चल रहे वीडियो के अनुसार दोनों आरोपी धानमंडी थाना क्षेत्र स्थित टेलर की दुकान पर दोपहर के समय पहुंचे। इनमें से एक ने अपना नाम रियाज बताया है। उसने अपने आप को एक ग्राहक बताया और टेलर कन्हैयालाल ने उसका नाप लेना शुरू कर दिया। इस दौरान उसने टेलर पर हमला कर दिया, वहीं दूसरे आरोपी ने मोबाइल फोन से घटना का वीडियो बनाया। वीडियो के अनुसार, जब टेलर नाप लेकर लिख रहा था उस दौरान रियाज ने अचानक धारदार हथियार से उस पर हमला कर दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद दोनों आरोपी मौके से फरार हो गए तथा बाद में एक और वीडियो में उन्होंने अपराध करने की पुष्टि की।
घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि यह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली राज्य सरकार की ‘‘तुष्टीकरण की राजनीति'' का परिणाम है। उन्होंने कहा कि वीडियो में देखे गए लोगों ने 17 जून को दर्जी को धमकी दी थी। उन्होंने दावा किया, ‘‘पीड़ित ने सुरक्षा की मांग की थी लेकिन पुलिस ने नहीं दी।''