जयपुर: उदयपुर के दर्जी कन्हैया लाल की हत्या के मामले में जिस बात की आशंका जांच एजेंसियों को थी, ठीक वही हुआ। हत्या के एक आरोपी का पाकिस्तान कनेक्शन सामने आया है। आरोपी के मोबाइल से 10 पाकिस्तानी फोन नंबर मिले हैं। हत्या में शामिल दोनों आरोपी पाकिस्तान के “दावत ए इस्लामी” नाम के संगठन से संपर्क में थे। इनमें से एक आरोपी दो बार नेपाल भी गया था। दोनों आरोपी आईएसआईएस के मॉड्यूल से प्रभावित थे।
हत्यारा गुलाम गौस साल 2014 में कराची भी गया था। दोनों हत्यारों ने पिछले एक हफ्ते में पाकिस्तान में कई डेटा कॉल्स किए थे। दोनों आरोपियों ने हत्या से पहले कई बार आईएसआईएस के वीडियो देखे थे। इस मामले में मुख्य दो आरोपियों के अलावा पांच और लोगों को पाकिस्तान के आतंकी ग्रुप दावत-ए-इस्लामी से ताल्लुक रखने के मामले में हिरासत में लिया गया है।
दोनों आरोपियों ने भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा के द्वारा मुहम्मद पैगंबर के बारे में विवादित बयान देने के विरोध में दर्जी की हत्या की थी।
मृतक दर्जी ने नुपुर शर्मा के बयान का समर्थन किया था, जिसके बाद से वह हत्यारों की नजर में आ गया था। दर्जी की हत्या के पहले हत्यारों ने उसके दुकान की रेकी की और उसके बाद उसे मंगलवार को मौका मिलते ही मौत के घाट उतार दिया। आरोपियों ने दर्जी की हत्या का वीडियो भी बनाया था और उसको सोशल मीडिया पर जारी किया था। हत्या के तरीके को देखते हुए स्थानीय लोग लगातार आतंकी एंगल से मामले की जांच की मांग कर रहे थे।
वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री ने मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की थी। इसके बाद आज बुधवार को गृह मंत्रालय ने मामले में आतंकी एंगल से जांच के लिए एनआईए को आदेश दिया, जिसके बाद एनआईए ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है। राजस्थान के मुख्यमंत्री ने राज्य के लोगों से शांति की अपील की है। साथ ही कहा है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं राजस्थान की पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है।