जयपुर: जयपुर में जेडीए की ओर से सरकारी आवास के लिए जमीन अधिग्रहीत करने के फैसले के खिलाफ किसान समाधि पर बैठ गए हैं। उनका कहना है कि वह अपनी जमीन नहीं देना चाहते हैं लेकिन जयपुर विकास प्राधिकरण जबरदस्ती करने पर उतारू है।
कई किसानों ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा है कि वह जयपुर विकास प्राधिकरण से कह चुके हैं कि उनके पास जमीन देने के लिए नहीं है लेकिन फिर भी जेडीए जबरदस्ती कर रहा है। किसानों का कहना है कि यह बहुत ही उपजाऊ जमीन है और इसी से उनकी रोजी-रोटी चलती है।
उनका कहना था कि वह मुख्यमंत्री और मंत्रियों तक गुहार लगा चुके हैं लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। 2 अक्टूबर से जमीन के अंदर समाधि पर बैठे इन किसानों की सुनने वाला नहीं है। किसानों का यह भी आरोप है कि मूंगफली की फसल को जेडीए के बुलडोजर ने नष्ट कर दिया है।
एक किसान ने बताया कि भत्ते के नाम पर सरकार हमारी जमीन को अधिग्रहीत कर कहीं और देना चाहती है लेकिन उसके बदले भी लीज मांगी जा रही है।