अलवर: संत कौशलेंद्र प्रपन्नाचार्य फलाहारी महाराज के एक और झूठ का खुलासा हो गया है। प्रशासन द्वारा अस्पताल में कराया गया पोटेंसी टेस्ट का रिजल्ट पॉजिटिव आया है जिससे यह पता चल गया कि वह नपुंसक नहीं है। इससे पहले बाबा ने खुद को नपुंसक बताया था जिसके बाद पोटेंसी जांच किया गया था।
दरअसल, छत्तीसगढ़ की एक लड़की के साथ दुष्कर्म करने के आरोप में फलाहारी बाबा को गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद उसे पुलिस ने 15 दिन के न्यायिक अभिरक्षा में रखा है। इस दौरान उसने खुद को बचाने के लिए नपुंसक होने का झूठा दावा किया था जिसकी सच्चाई पोटेंसी टेस्ट में सामने आ गई।
इस मामले में पीड़िता के पिता ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि उन्होंने बाबा को भगवान की तरह पूजा था। लेकिन उसने जो कुकर्म किया किया है उससे उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। यह एक बेहद ही शर्मनाक घटना है।
पीड़िता के पिता ने पुलिस से फलाहारी बाबा के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। साथ ही कहा कि ऐसे बाबाओं को इस घिनौने कृत्य के लिए सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। वहीं इस मामले में पुलिस एक-एक कड़ियों को जोड़कर जांच में आगे बढ़ रही है।