जयपुर: राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सराफ ने बांसवाड़ा जिले के महात्मा गांधी अस्पताल में नवजात शिशुओं की मत्यु की घटना की जांच रिपोर्ट के आधार पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) सहित तीन डॉक्टरों को निलम्बित कर दिया एवं पांच डॉक्टरों को पदस्थापन की प्रतीक्षा (एपीओ) में रखा गया है। साथ ही 3 डॉक्टरों और 4 नर्सिंग कर्मियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की गयी है। गौरतलब है कि पिछले दो माह में बांसवाडा के महात्मा गांधी अस्पताल में 90 नवजात शिशुओं का मौत का मामला सामने आया था, जिसके बाद चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सराफ ने जांच के आदेश दिये थे। सराफ ने मामले की निदेशक (आरसीएच) से इस प्रकरण की जांच करवायी। राजस्थान:बांसवाड़ा अस्पताल में नवजात की मौत,ये है कारण सराफ एवं प्रमुख शासन सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) वीनू गुप्ता ने सोमवार को बांसवाड़ा जिला अस्पताल की स्थिति के बारे में प्राप्त रिपोर्ट की विस्तार से समीक्षा की एवं आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। इस रिपोर्ट के आधार पर पीएमओ डॉ वीके जैन, प्रमुख विशेषज्ञ स्त्री रोग डॉ़ पीसी यादव एवं ब्लॉक पीएमओ डॉ जितेन्द्र बंजारा को निलम्बित किया गया है।
साथ ही बांसवाड़ा में पदस्थ 5 डॉक्टरों डॉ मनीषा चौधरी, प्रमुख विशेषज्ञ (स्त्री रोग) डॉ़ दिव्या पाठक, डॉ ओपी उपाध्याय, डॉ जयश्री जैन एवं कनिष्ठ विशेषज्ञ (स्त्रीरोग) डॉ शालिनी नानावाटी को पदस्थापन की प्रतीक्षा में डाल दिया गया है। फर्रुखाबाद हादसा: 49 बच्चों की मौत के बाद DM सहित 2 को हटाया गया आदेशानुसार 3 डॉक्टरों डॉ पुष्पा कुमारी चरपोटा व डॉ प्रीतेश जैन व डॉ एमके जैन के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की गयी है। साथ ही बांसवाड़ा में पदस्थ चिकित्साकर्मी सुन्दरी वैष्णव, इन्दिरा माईडा, सुकली गरासिया व सुन्नी एमटी को निलम्बित कर दिया गया है।