ताज़ा खबरें
एलजी ने सीएम आतिशी को केजरीवाल से ‘हजार गुना बेहतर’ बताया
कैशकांड पर विनोद तावड़े ने राहुल-खड़गे-श्रीनेत को भेजा कानूनी नोटिस

जयपुर: राजस्थान का जाट आरक्षण आन्दोलन खत्म हो गया है। सरकार और जाट नेताओं में वार्ता के बाद सहमति बन गई है। इसके बाद जाट आरक्षण आन्दोलन खत्म करने की घोषणा विधायक विश्वेन्द्र सिंह ने कर दी है। अन्दोलन खत्म करने की घोषणा के बाद राजस्थान में जगह जगह लगे जाम हटाए जाने लगे हैं और यातायात सुचारू होने लगा है। आंदोलन के चलते परेशानी में फंसे हजारों लोगो ने राहत की सांस ली है। पिछड़ा वर्ग आयोग की रिपोर्ट कैबिनेट में रखे जाने की मांग को लेकर गुरुवार को राजस्थान के जाट सड़कों पर उतर आए थे। जाटों ने अपना गुस्सा सड़क और रेलवे पर उतारा। राजस्थान में पिछले 48 घंटों के दौरान उत्तर प्रदेश और नई दिल्ली से जुड़े राजमार्गों और रेल मार्गों को जाम कर रखा था। यूपी रोडवेज की कई बसों में इस दौरान तोड़फोड़ और आगजनी भी हुई। रेलवे ट्रैक को उखाड़ दिया गया था। दो दिनों से रेल और सड़क यातायात ठप होने से हजारों रेल यात्री फंसे हुए थे। शनिवार को विधायक विश्वेंद्र सिंह और अन्य जाट नेताओं के साथ राजस्थान सरकार के अफसरों ने बातचीत की। बताते हैं कि बातचीत कामयाब रही। इसके बाद विधायक विश्वेंद्र सिंह ने प्रशासन की ओर से जारी पत्र मिलने के बाद आंदोलन खत्म करने की घोषणा कर दी। इससे पहले-शुक्रवार को आंदोलन के चलते आगरा, मथुरा, दिल्ली, अलवर और जयपुर के बीच बस सर्विस ठप हो गई। प्रदर्शनकारियों ने रेलवे रूट जाम कर दिए थे।

दिल्ली-मुंबई, अलवर-मथुरा और आगरा-जयपुर रेल रूट पर रेल यातायात ठप हो गया था। करीब दो दर्जन से अधिक ट्रेनें आंदोलन के चलते रद्द करनी पड़ीं और कई ट्रेनों को डायवर्ट किया गया। तमाम लोगों को अपनी यात्रा रद्द करनी पड़ी। आंदोलन खत्म होने की घोषणा के बाद आगरा-जयपुर रूट पर ट्रेनों की आवाजाही शुरू हो गई है। वहीं सड़क यातायात भी सामान्य बनाने की कोशिश की जा रही है। भरतपुर के स्टेशन अधीक्षक के मुताबिक हालात सामान्य होने लगे हैं। विश्वेंद्र सिंह ने आंदोलनकारियों को बताया कि जाट आरक्षण को लेकर ओबीसी कमेटी की रिपोर्ट आगामी दिनों में होने वाली पहली कैबिनेट मीटिंग में रखी जाएगी। उन्होंने इसे जाटों की बड़ी जीत बताया। उन्होंने अपील की है कि जाट भाई सभी जामों को खोलकर अब शांतिपूर्वक घर जाएं।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख