चंडीगढ़: मनोहर लाल खट्टर एक बार फिर से हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है।। जबकि, जननायक जनता पार्टी चीफ और पूर्व उप-प्रधानमंत्री देवीलाल के पोते दुष्यंत चौटाला डिप्टी सीएम पद की शपथ ली है। 90 विधानसभा सीटों वाले हरियाणा विधानसभा में भाजपा सिर्फ 40 सीटों पर ही रह गई। यानि, बहुमत का आंकड़े जुटाने के लिए उसे सहयोगी दल की तलाश थी। ऐसे में 9 महीने पहले बनी जेजेपी की दस सीटों पर जीत के समर्थन के बाद भाजपा यहां पर स्थायी सरकार बनाने जा रही है।
इससे पहले, निर्दलीय विधायकों समेत हरियाणा जनहित कांग्रेस चीफ गोपाल कांडा ने भाजपा को समर्थन देने का ऐलान किया था। लेकिन, गीतिका शर्मा सुसाइड केस के आरोपों का सामना कर रहे कांडा के समर्थन लेने को लेकर भाजपा की जमकर किरकिरी हुई। जिसके बाद भाजपा ने कांडा को किनारा करते हुए जेजेपी के समर्थन से सरकार बना रही है। इससे पहले, खट्टर ने शनिवार को बताया कि 57 विधायकों, जिनमें भाजपा के 40, जजपा के 10 और सात निर्दलीय विधायक शामिल हैं, के समर्थन के साथ सरकार गठन के लिये राज्यपाल के समक्ष दावा पेश किया। हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के लिये 46 सीटें होना जरूरी है।
खट्टर ने बताया कि हरियाणा के राज्यपाल ने हमें रविवार को सरकार गठन का न्योता दिया है। खट्टर ने कहा, “राज्यपाल ने हमारे दावे को स्वीकार कर हमें रविवार को सरकार बनाने का न्योता दिया है।” खट्टर ने कहा कि दुष्यंत चौटाला उप-मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे।
मनोहर लाल खट्टर की दूसरी पारी
मनोहर लाल खट्टर ने 26 अक्टूबर 2014 को हरियाणा के 10वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण किया था। गैर जाट समुदाय से आने वाले खट्टर हरियाणा के पहले मुख्यमंत्री हैं। मनोहर लाल खट्टर 1994 में बीजेपी में शामिल हुए थे जिसके बाद इनको हरियाणा में संगठन महामंत्री बनाया गया था। इसके बाद ये धीरे-धीरे हरियाणा की राजनीति में अपनी पकड़ बनाई और साल 2014 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को को बहुमत हासिल हुआ और मनोहर लाल खट्टर को मुख्यमंत्री बनाया गया। 2014 के विधानसभा चुनाव में मनोहर लाल खट्टर करनाल विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में थे और जीत हासिल की थी।
2014 के चुनाव में भाजपा ने मनोहर लाल खट्टर को करनाल सीट से उम्मीदवार बनाया। इसके बाद चुनाव में मनोहर लाल खट्टर 82485 वोटों के साथ जीत हासिल किए। जबकि निर्दलीय उम्मीदवार जय प्रकाश गुप्ता करनाल 18712 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे। इसके बाद पार्टी ने मनोहर लाल खट्टर को मुख्यमंत्री बनाया। मनोहर लाल खट्टर ने पंडित नेकी राम शर्मा गवर्नमेंट कॉलेज, रोहतक से अपना हाईस्कूल पूरा किया। इसके बाद वह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री पूरी करने के लिए दिल्ली चले गए। वह अपने कॉलेज के दिनों में दिल्ली के सदर बाजार के पास एक दुकान भी चलाया करते थे।
'किंगमेकर' दुष्यंत चौटाला के बारे में
'किंगमेकर' दुष्यंत चौटाला हरियाणा में ताऊ देवीलाल की विरासत के संभावित उत्तराधिकारी माने जाते हैं। जेजेपी ने दुष्यंत चौटाला के दादा ओमप्रकाश चौटाला और चाचा अभय चौटाला के नेतृत्व वाली मूल पार्टी इनेलो को पछाड़ दिया है जो सिर्फ 1 सीट पर जीती है। दुष्यंत अब जाट समुदाय तथा युवाओं में एक सम्मानित नेता बनकर उभरे हैं। पिछले साल इनेलो में दुष्यंत के पिता अजय चौटाला और चाचा अभय चौटाला के बीच दो फाड़ हो गया था। अजय और अभय पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के पुत्र हैं। अजय और उनके पिता इनेलो के कार्यकाल में हुए शिक्षक भर्ती घोटाले में सजा काट रहे हैं। कुछ लोग दुष्यंत को जोखिम उठाने वाला व्यक्ति मानते हैं। उन्होंने इनेलो के उत्तराधिकार को लेकर अपने चाचा अभय के साथ कानूनी लड़ाई में पड़ने की जगह नई पार्टी बनाने का विकल्प चुना था।