चंडीगढ़: डेरा सच्चा सौदाके प्रमुख गुरमीत राम रहीम पर नाबालिग़ से बलात्कार के मामले में 25 अगस्त (शुक्रवार) को पंचकुला सीबीआई कोर्ट का फ़ैसला आना है। लेकिन दो दिन पहले से ही उनके अनुयायी बड़ी संख्या में सिरसा और चंडीगढ़ से लेकर पंचकुला तक इकट्ठा हो गए हैं। इसको देखते हुए प्रशासन पूरी तरह से हाईअलर्ट पर है और इसे देखते हुए सरकार ने सिरसा में रात 10 बजे से कर्फ्यू लगाने के आदेश जारी कर दिए हैंं। जिलाधिकारी प्रभजोत सिंह, पुलिस अधीक्षक अश्विन शैणवी ने यह आदेश जारी किए। हरियाणा-पंजाब के कई जगहों पर कर्फ्यू जैसे हालात हैं। इस बीच गुरुमीत राम रहीम ने वीडियो जारी कर अपने समर्थकों से घर लौटने की अपील की, उन्होंने समर्थकों से पंचकुला छोड़ने के लिए कहा है। चंडीगढ़, हरियाणा और पंजाब में पैरामिलिट्री फॉर्सेज की 167 कंपनिया तैनात हैं और 10 की और मांग की गई है। एक कंपनी में 100 जवान और अफसर हैं। एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने केन्द्र और राज्य सरकार से सुरक्षा व्यवस्था पर रिपोर्ट मांगी है। इतना ही नहीं कोर्ट ने डेरा प्रमुख राम रहीम को नोटिस भी जारी किया है। इस नोटिस में कोर्ट ने राम रहीम से कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए सहयोग के बारे में पूछा। उधर, सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पंजाब और हरियाणा सरकार ने संयुक्त फैसले में 72 घंटे के लिए मोबाइल और इंटरनेट सेवा बंद कर दी है।
दरअसल, अफवाहों के कारण भी स्थिति खराब हो जाती है, जिसके चलते दोनों राज्यों की सरकारों ने यह फैसला किया है। इस सबके बीच गुरमीत राम रहीम ने फेसबुक और ट्विटर के जरिए लिखा है कि हमने सदा क़ानून का सम्मान किया है, हालांकि हमारी बैक में दर्द है, फिर भी कानून की पालना करते हुए हम कोर्ट ज़रूर जाएंगे. हमें भगवान पर दृढ़ यकीन है। सभी शांति बनाए रखें.। उधर, सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने सवाल उठाए हैं। डेरा समर्थकों के जमा होने पर हाईकोर्ट ने सख्त लहजे में पूछा है कि क्यों न डीजीपी को डिसमिस कर दिया जाए। आखिर कैसे लाखों लोग पंचकूला पहुंचे। प्रदेश में धारा -144 लागू करने का क्या मतलब था. अगर जरूरत हो तो आर्मी को स्टैंड बाय रखा जाए।