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'हाईकोर्ट के आदेश तक ट्रायल कोर्ट कोई कार्रवाई न करे': सुप्रीम कोर्ट

पेरिस: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने यूरोप दौरे के तीसरे दिन रविवार को पेरिस की साइंसेज पो यूनिवर्सिटी में छात्रों को संबोधित किया। राहुल ने इस दौरान केंद्र में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और उसके वैचारिक संरक्षक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर जमकर निशाना साधा। राहुल गांधी ने कहा, "मैंने गीता पढ़ी है। उपनिषद पढ़े हैं। कई हिंदू किताबें भी पढ़ी हैं। इस आधार पर मैं कह सकता हूं कि बीजेपी जो करती है, उसमें कुछ भी हिंदूवादी नहीं है।"

राहुल गांधी ने कहा, "मैंने कभी किसी हिंदू किताब में नहीं पढ़ा और न किसी हिंदू विद्वान से सुना कि आपको उन्हें नुकसान पहुंचाना चाहिए, जो आपसे कमजोर हैं। ये बीजेपी के लोग हिंदू राष्ट्रवादी नहीं हैं। उनका हिंदू धर्म से कोई लेना-देना नहीं है। वे सत्ता पाने के लिए कुछ भी करते हैं।" उन्होंने कहा, "यह विचार... यह शब्द - 'हिंदू राष्ट्रवादी' एक गलत शब्द है। वे 'हिंदू राष्ट्रवादी' नहीं हैं... उनका हिंदू धर्म से कोई लेना-देना नहीं है।''

नई दिल्‍ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद हाउस में सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुलअजीज अल सउद के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। पीएम मोदी से मुलाकात से पहले राष्ट्रपति भवन में उनका औपचारिक स्वागत किया गया। इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी मौजूद रहीं। सऊदी क्राउन प्रिंस तीन दिनों की यात्रा पर दिल्ली पहुंचे हैं। जी20 शिखर सम्मेलन पूरा होने के बाद वह यहीं रुके हुए हैं।

व्‍यापार, कनेक्टिविटी और सुरक्षा पर फोकस

पीएम मोदी से मुलाकात के बाद सऊदी क्राउन प्रिंस ने 'भारत-सऊदी रणनीतिक साझेदारी परिषद' (एसपीसी) की बैठक में हिस्सा लिया। सऊदी अरब के प्रधानमंत्री क्राउन प्रिंस शाम 6.30 बजे राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मिलने वाले हैं। वह रात 8.30 बजे नई दिल्ली से रवाना होंगे। इससे पहले उन्होंने फरवरी 2019 में भारत का दौरा किया था। ये सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस का दूसरा राजकीय दौरा है। वह शुक्रवार जी20 में शामिल होने भारत आए थे।

नई दिल्ली: उभरती और विकसित अर्थव्यवस्थाओं के समूह की अध्यक्षता संभालने के बाद ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डी सिल्वा ने रविवार को कहा कि भू-राजनीतिक मुद्दों को जी20 में चर्चा पर हावी नहीं होने देना चाहिए। यहां जी20 शिखर सम्मेलन के समापन समारोह को संबोधित करते हुए लूला डी सिल्वा ने कहा कि समूह को “विभाजित जी20” में कोई दिलचस्पी नहीं है और आज की चुनौतियों का सामना संयुक्त कार्रवाई के जरिए ही किया जा सकता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा उन्हें जी20 की अध्यक्षता सौंपे जाने के तुरंत बाद उन्होंने कहा, “हमें संघर्ष के बजाय शांति और सहयोग की जरूरत है।”

अगला जी20 शिखर सम्मेलन नवंबर 2024 में रियो डी जनेरियो में होगा। लूला डी सिल्वा ने कहा, “जो रास्ता हमें नई दिल्ली से रियो डी जनेरियो तक ले जाएगा, उसके लिए सभी से बहुत समर्पण और प्रतिबद्धता की आवश्यकता होगी।” उन्होंने कहा कि ब्राजील की अध्यक्षता में दक्षिण अमेरिकी देश के पांच क्षेत्रों में से प्रत्येक के शहरों में जी20 बैठकें आयोजित की जाएंगी।

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डी सिल्वा को जी20 समूह की अध्यक्षता सौंप दी। इस दौरान उन्होंने सिल्वा को पारंपरिक गैवल (एक प्रकार का हथौड़ा) सौंपा। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने नई वैश्विक संरचना में दुनिया की नई हकीकत को प्रतिबिंबित करने का आह्वान किया और संयुक्त राष्ट्र जैसे वैश्विक निकायों में सुधार की मांग की।

उन्होंने कहा कि दुनिया बदल रही है। ऐसे में दुनिया के बड़े और जिम्मेदार संस्थानों को भी बदलने की जरूरत है। यूएनएससी में अभी भी उतने ही सदस्य हैं, जितने इसकी स्थापना के समय में थे। इसका विस्तार होना चाहिए, यानी स्थायी देशों की संख्या बढ़नी चाहिए।

प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त राष्ट्र सहित अन्य वैश्विक निकायों में सुधारों पर नए सिरे से जोर देते हुए कहा कि विश्व निकाय के सदस्य देशों में वृद्धि के बावजूद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में स्थायी सदस्यों की संख्या नहीं बढ़ी है। जब संयुक्त राष्ट्र की स्थापना 51 सदस्यों के साथ हुई थी, तो दुनिया अलग थी। अब सदस्य देशों की संख्या लगभग 200 हो गई है।

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