नई दिल्ली: फीफा वर्ल्ड कप 2026 के क्वालीफायर्स मुकाबले में भारत और कुवैत का मैच 0-0 के साथ ड्रॉ पर समाप्त हुआ है। ये मैच कोलकाता के साल्ट लेक स्टेडियम में खेला गया और भारत के कप्तान सुनील छेत्री के करियर का यह आखिरी मुकाबला रहा। फाइनल-18 स्टेज में जाने के लिए भारत के लिए यह मैच जीतना जरूरी था। भारत अब भी अगले चरण में जा सकता है, लेकिन उसे अन्य मुकाबलों पर निर्भर रहना होगा। मुकाबला समाप्त होने के बाद अन्य खिलाड़ियों ने छेत्री को सम्मानित किया, लेकिन इस दौरान वे भावुक भी हो गए थे। भारत को पहले और दूसरे हाफ में भी गोल करने के कई मौके मिले, लेकिन किसी भी मौके को भारत भुना नहीं पाया। भारत का अगला मैच 11 जून को कतर से होगा।
भारतीय कप्तान नियमित रूप से कुवैत के डिफेंस को भेदने की कोशिश करते दिखे, लेकिन अंतिम मिनट तक उनकी सभी कोशिशें असफल साबित हुईं। मुकाबले के ड्रॉ रहने की एक बड़ी वजह ये रही कि भारतीय टीम का डिफेंस कई मौकों पर कमजोर दिखा, इसी कारण कुवैत कई बार गोल दागने के बहुत करीब आ गई थी।
वहीं अटैकिंग डिपार्टमेंट में भारतीय टीम एक बार फिर काफी हद तक सुनील छेत्री पर निर्भर दिखाई दी। खैर मुकाबला खत्म होने के बाद साल्ट लेक स्टेडियम में करीब 58,000 लोगों ने उन्हें स्टैंडिंग ओवेशन भी दिया।
साथी खिलाड़ियों से मिला गार्ड ऑफ हॉनर
कुवैत के साथ चाहे भारत का मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त हुआ, लेकिन इसके बाद सबकी नजरें सुनील छेत्री पर जा टिकीं। उन्हें भारत के पूरे स्क्वाड ने गार्ड ऑफ हॉनर भी दिया, लेकिन इस लम्हे ने उन्हें इमोशनल कर दिया था। सुनील अपने आंसुओं पर काबू नहीं रख पाए और जर्सी से आंसू पोंछते दिखाई दिए।
करियर में दागे 94 गोल
सुनील छेत्री ने अपने अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉल करियर में 151 मैच खेले, जिनमें उन्होंने 94 गोल दागे। सुनील आज तक के इतिहास में भारतीय टीम के लिए सबसे ज्यादा 4 हैट्रिक लगाने वाले खिलाड़ी भी रहे। छेत्री अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉल में दुनिया के चौथे सबसे ज्यादा गोल दागने वाले खिलाड़ी रहे। इस लिस्ट में उनसे ऊपर पुर्तगाल के क्रिस्टीयानो रोनाल्डो (128), ईरान के अली डाई (108) और अर्जेंटीना के लियोनल मेसी (106) रहे।