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नई दिल्ली: पांच बार के विश्व चैंपियन और शतरंज के महान खिलाड़ियों में शुमार भारत के विश्वनाथन आनंद और विश्व के नंबर एक खिलाड़ी नॉर्वे के मैग्नस कार्लसन एक बार फिर आमने-सामने होंगे। दोनों दिग्गजों को मोरक्को के शहर कासाब्लांका में होने वाले चेस वैरिएंट टूर्नामेंट में खेलने के लिए आमंत्रित किया गया है। 18 और 19 मई को होने वाले इस टूर्नामेंट में अमेरिका के हिकारु नाकामुरा और मिस्र के बासेम अमीन भी खेलेंगे।

धुरंधरों की पुरानी पोजीशन को आगे बढ़ाना होगा

भारतीय ग्रैंडमास्टर प्रवीण थिप्से के मुताबिक यह टूर्नामेंट आम नहीं बल्कि अलग तरह का होगा। दोहरे राउंड रोबिन के आधार पर होने वाले टूर्नामेंट में प्रत्येक खिलाड़ी छह बाजियां खेलेगा। आयोजक मुकाबले के दौरान शतरंज के धुरंधरों के बीच हो चुकी बाजियों की पोजीशन खिलाड़ियों को देंगे। इन पोजीशन को खिलाड़ियों को आगे बढ़ाना होगा। मुकाबले से पहले दो मिनट तक धुरंधरों की बाजियां देखने का मौका खिलाड़ियों को मिलेगा। उसके बाद उन्हें बाजी खेलने को मिलेगी। थिप्से बताते हैं कि यह आकर्षक प्रयोग है। शतरंज को लोकप्रिय करने के लिए यह कदम उठाया गया है।

15 मिनट की होगी बाजी

थिप्से का मानना है कि आनंद और कार्लसन को दुनिया के सभी खिलाड़ियों की पोजीशन मालूम है। खिलाड़ी ड्रॉ के लिए भी सहमति नहीं जता पाएंगे। आनंद यहां तैयारी के साथ गए तो उन्हें फायदा मिलेगा। प्रत्येक बाजी 15 मिनट की खेली जाएगी।

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