नई दिल्ली: ओलंपिक पदक विजेता पहलवान बजरंग पुनिया का एक्सपायरी किट के साथ सैंपल लेने पहुंचे डोप कंट्रोल ऑफिसर (डीसीओ) को हटा दिया गया है। नाडा ने डीसीओ के खिलाफ कार्रवाई मामले की प्रारंभिक जांच के बाद की है। वहीं ट्रायल में सैंपल नहीं दिए जाने के आरोप में अस्थायी रूप से प्रतिबंधित किए गए बजरंग ने नाडा को नोटिस का जवाब दे दिया है। उन्होंने इस मामले की जल्द सुनवाई की मांग की है।
अपने पास से पुरानी किट ले गया डीसीओ
जांच में पाया गया कि 13 दिसंबर, 2023 को डीसीओ बजरंग के आवास पर सैंपल की किट नाडा ऑफिस से ले जाने की बजाय अपने पास से पुरानी किट ले गया था। सैंपल देने का समय सुबह आठ बजे था। बजरंग ने यूरिन सैंपल दे दिया था, लेकिन ब्लड सैंपल देने वाली किट एक्सपायरी थी, जिसे बजरंग सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए नाडा पर एक्सपायरी किट के साथ सैंपल लेने का आरोप लगाया था। इसके बाद 10 मार्च को सोनीपत में हुए ट्रायल के दौरान उन्होंने डोप सैंपल नहीं दिया। साथ ही एक्सपायरी किट का जवाब देने को कहा।
नाडा ने उन्हें इसके बाद अस्थायी रूप से प्रतिबंधित कर दिया।
जल्द होगी सुनवाई
बजरंग ने अस्थायी प्रतिबंध के नोटिस जवाब में कहा है कि वह इस मामले की जल्द से जल्द सुनवाई चाहते हैं। सूत्र बताते हैं कि उनकी सुनवाई अगले सप्ताह किसी भी दिन हो सकती है। अगर बजरंग सुनवाई के दौरान अपने को निर्दोष साबित नहीं कर पाए तो उन पर दो से चार वर्ष का प्रतिबंध लग सकता है।