ताज़ा खबरें
एलजी ने सीएम आतिशी को केजरीवाल से ‘हजार गुना बेहतर’ बताया
कैशकांड पर विनोद तावड़े ने राहुल-खड़गे-श्रीनेत को भेजा कानूनी नोटिस

नई दिल्ली: केंद्र ने चीनी का खुदरा भाव 40 रुपये प्रति किलो के स्तर पर पहुंच जाने के बाद राज्य सरकारों को जमाखोरी रोकने तथा बढ़ती कीमत पर अंकुश लगाने के लिए चीनी व्यापारियों के लिए भंडार सीमा तय करने को कहा है। आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत भंडार रखने की सीमा तय की जा रही है। इसका मतलब है कि व्यापारी राज्य सरकार द्वारा निर्धारित सीमा से अधिक भंडार नहीं रख सकते। खाद्य मंत्री रामविलास पासवान ने कहा, 'चीनी कीमत की प्रवृत्ति को देखते हुए हमने राज्य सरकारों से एहतियाती उपायों के तहत जमाखोरी रोकने के लिए भंडार सीमा लगाने को कहा है।' खुदरा बाजारों में चीनी की कीमत अक्टूबर 2015 से बढ़ रही है। इसका कारण विपणन वर्ष 2015-16 (अक्टूबर-सितंबर) में उत्पादन कम होकर 2.56 करोड़ टन रहने का अनुमान है, जबकि पिछले साल यह 2.83 करोड़ टन था।

पुणे: भारत को दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था का तमगा मिलने से उपजे 'उन्माद' के प्रति आगाह करते हुए रिजर्व बैंक गवर्नर रघुराम राजन ने बुधवार को कहा कि देश को तय मुकाम पर पहुंचने का दावा करने से पहले अभी लंबा सफर तय करना है। राजन ने यह कहकर एक तरह से भारत के बारे में अपनी 'अंधों में काना राजा' की टिप्पणी को सही ठहराने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा, 'केंद्रीय बैंकर को व्यावहारिक होना होता है, और मैं इस उन्माद का शिकार नहीं हो सकता कि भारत सबसे तेजी से वृद्धि दर्ज करने वाली विशाल अर्थव्यवस्था है।' 'अंधों में काना राजा' वाली अपनी टिप्पणी को स्पष्ट करते हुए राजन ने कहा कि उनकी टिप्पणियों को बेवजह अलग-थलग करके देखा गया और उन्होंने दृष्टिहीनों से माफी भी मांगी यदि उन्हें इस मुहावरे के इस्तेमाल से कोई तकलीफ हुई हो तो। उन्होंने कहा कि ब्रिक्स देशों में भारतीयों की प्रति व्यक्ति आय सबसे कम है। राजन ने कहा, 'हमें अपने मुकाम पर पहुंचने का दावा करने से पहले लंबा सफर तय करना है। हम हर भारतीय को मर्यादित आजीविका दे सकें, इसके लिए लगातार आर्थिक वृद्धि के इस प्रदर्शन को 20 साल तक बरकरार रखने की जरूरत है।'

नई दिल्ली: देश की पहली बुलेट ट्रेन के जरिये मुंबई से अहमदाबाद जाने वाले यात्री समुद्र के अंदर यात्रा करने का रोमांच अनुभव कर सकेंगे। महत्वाकांक्षी बुलेट ट्रेन परियोजना में शामिल रेलवे मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मुंबई से अहमदाबाद के बीच 508 किमी लंबे रेल कॉरीडोर में समुद्र के अंदर करीब 21 किमी की सुरंग बनाई गई है। जेआईसीए की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट के अनुसार इस रेल कॉरीडोर के ज्यादातर हिस्से को ऊंचे ट्रैक पर बनाने का प्रस्ताव है, लेकिन ठाणे के बाद विरार की ओर जाने पर यह कॉरीडोर समुद्र के अंदर बनी सुरंग से गुजरेगा। इस परियोजना की कुल अनुमानित लागत 97,636 करोड़ रुपये है। परियोजना का करीब 81 प्रतिशत वित्तपोषण जापान की ओर से उपलब्ध कराए गए कर्ज द्वारा किया जाएगा। परियोजना की कुल लागत में संभावित लागत वृद्धि भी शामिल है। अधिकारी ने बताया कि यह कर्ज 0.1% सालाना ब्याज दर से 50 वर्षों के लिए है, जिसकी ऋण स्थगन की अवधि 15 साल होगी।

नई दिल्ली: देश का कच्चे तेल का आयात बिल बीते वित्त वर्ष 2015-16 में घटकर आधा यानी 64 अरब डॉलर रह गया। पेट्रोलियम मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार भारत ने 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष के दौरान 64.4 अरब डॉलर के 20.21 करोड़ टन कच्चे तेल का आयात किया। वित्त वर्ष 2014-15 में 112.7 अरब डॉलर के 18.94 करोड़ टन कच्चे तेल का आयात किया गया था। रुपये में कच्चे तेल का आयात 2015-16 में 4,18,931 करोड़ रुपये रहा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 6,87,416 करोड़ रुपये रहा था। 2014-15 में भारत ने कच्चे तेल का आयात औसतन 84.16 डॉलर प्रति बैरल के मूल्य पर किया था, जबकि 2015-16 में यह घटकर सिर्फ 46.17 डॉलर प्रति बैरल रह गया।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख