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गांधीनगर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत आदर्श सहकारिता ग्राम की ओर बढ़ रहा है। कल गुजरात की गांधीनगर के महात्‍मा मंदिर में सहकार से समृद्धि सम्‍मेलन में उन्‍होंने कहा कि राज्‍य में ऐसे छह गांवों को चिह्नित किया गया है जहां सभी सहकारी सुविधाएं उपलब्‍ध होंगी।

प्रधानमंत्री ने कल गुजरात में कलोल स्थित इफ्को में दुनिया के पहले नैनो तरल यूरिया संयंत्र का उद्घाटन किया। उन्‍होंने कहा कि इस संयंत्र से अब एक बोरी यूरिया की क्षमता को एक बोतल में समेट पाना संभव होगा। इससे ढुलाई की लागत कम होगी और छोटे किसानों को फायदा होगा। यूरिया की बोरी की ताकत एक बोतल में समा गई है। यानी नैनो यूरिया की आधा लीटर बोतल किसान की एक बोरी यूरिया की जरूरत को पूरा करेगी। ये जो आधुनिक प्‍लांट कलोल में लगा है, इसकी कैपेसिटी अभी डेढ़ लाख बोतल के उत्‍पादन की है। लेकिन आने वाले समय में ऐसे आठ और प्‍लांट देश में लगने वाले हैं। इससे यूरिया पर विदेशी निर्भरता कम होगी, देश का पैसा भी बचेगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 में एनडीए सरकार के गठन के बाद यूरिया पर पूरी तरह से नीम कोटिंग की गई। इससे किसानों के लिए यूरिया की पर्याप्‍त उपलब्‍धता सुनिश्चित करना संभव हुआ। उन्‍होंने कहा कि सरकार उत्‍तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, ओडिशा और तेलंगाना में पांच बंद पड़े उर्वरक कारखानों को भी दोबारा शुरू कर रही है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आत्‍म-निर्भरता से देश की अधिकतर समस्‍याओं का समाधान हो सकता है और सहकारिता आत्‍म-निर्भरता का एक शानदार मॉडल है।

इस अवसर पर केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि इफ्को के नैनो तरल यूरिया संयंत्र से पृथ्‍वी और जल दोनों की रक्षा होगी। उन्‍होंने कहा कि कॉपरेटिव क्षेत्र से जुड़े लोग लंबे समय से एक अलग केंद्रीय मंत्रालय खोले जाने की मांग कर रहे थे और प्रधानमंत्री मोदी ने सहकारिता मंत्रालय की शुरुआत देशभर में सहकारिता क्षेत्र को बढ़ावा देने के उद्देश्‍य से ही की है। मोदी जी के नेतृत्‍व में करीब-करीब एक साल पहले एक क्रांतिकारी कदम लिया सहकारिता मंत्रालय की रचना भारत सरकार ने की। ये कदम कहने को तो एक मंत्रालय की रचना का है। मगर देश के करोड़ों किसान और सहकारिता आंदोलन ये सभी कार्यकर्ता जानते हैं कि ये कदम आने वाले 100 साल तक सहकारिता आंदोलन को नया जीवन देने वाला है। उसमें प्राण फूंकने वाला है।

इससे पहले, प्रधानमंत्री ने राजकोट के पास अटकोट में मातुश्री केडीपी मल्‍टी स्‍पेशिएलिटी अस्‍पताल का उद्घाटन करते हुए कहा कि एनडीए सरकार ने आठ वर्ष के कार्यकाल के दौरान गरीबों और सुशासन के लिए काम किया है, ताकि सबका साथ, सबका विकास सुनिश्चित हो सके। श्री मोदी ने कहा कि गुजरात में स्‍वास्‍थ्‍य सेवा क्षेत्र लगातार विकसित हो रहा है, जिससे आम जनता को सर्वोत्‍तम स्‍वास्‍थ्‍य सेवाएं मिल सकेंगी। उन्‍होंने कहा कि जनता के प्रयास जब सरकार के प्रयासों से जुड़ जायें तो जन सेवा की सरकार की क्षमता बढ़ जाती है और केडीपी अस्‍पताल इसका एक बड़ा उदाहरण है। मातोश्री के.डी.पी. मल्टीस्पेशलिटी हॉस्‍पिटल सौराष्‍ट्र में स्‍वास्‍थ्‍य सेवाओं को और बेहतर बनाने में मदद करेगा। जब सरकार के प्रयास में जनता का प्रयास जुड़ जाता है तो सेवा करने की हमारी शक्ति भी अनेक गुणा बढ़ जाती है। राजकोट में बना यह आधुनिक अस्‍पताल एक इसका बहुत बड़ा उत्‍तम उदाहरण है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने सबको नि:शुल्‍क कोविड टीका उपलब्‍ध कराना सुनिश्चित किया है और युद्ध काल में मध्‍य वर्ग के नागरिकों को सरकार ने संकटग्रस्‍त क्षेत्रों से बाहर निकाला है।

पीएम मोदी ने कहा कि सरकार बिना किसी भेदभाव के जनता को सभी सुविधाएं उपलब्‍ध कराने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।

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