नई दिल्ली: रेलवे ने मूल माल ढुलाई सेवा पर 15 प्रतिशत व्यस्त सीजन शुल्क (बीएससी) एक मई से वापस लेने की घोषणा की है। माल ढुलाई भाड़े को युक्तिसंगत बनाने की पहल के तहत यह कदम उठाया गया है। व्यस्त सीजन शुल्क वापस लेने का निर्णय एक मई से 30 जून 2016 तक लागू होगा। यह ढके हुए डिब्बों पर लागू होगा। बीएससी वापस लिए जाने की घोषणा करते हुए शुक्रवार को रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा, 'हम माल ढुलाई में सड़क क्षेत्र से पिछड़ रहे हैं। हम माल-भाड़े को युक्तिसंगत बनाकर इसे फिर से प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं।' मौजूदा नीति के तहत यह शुल्क कम व्यस्त सीजन जुलाई से सितंबर तक नहीं लगाया जाता है। प्रभु ने कहा कि अगर हम लदान की मात्रा बढ़ाते हैं, आय भी बढ़ेगी। ऐसा अनुमान है कि बीएससी वापस लिए जाने से लदान में करीब 60 से 70 लाख टन की वृद्धि होगी।
इससे अधिभार वापस लेने से होने वाले नुकसान की भरपाई हो सकेगी।