नई दिल्ली: भारतीय अर्थव्यवस्था को अंधों में 'काना राजा' बताने के अपने बयान की वजह से हाल में विवादों के घेरे में आए रघुराम राजन रिजर्व बैंक में बेशक सबसे ताकतवर अधिकारी हैं, लेकिन वह सबसे अधिक वेतन पाने वाले नहीं हैं। रिजर्व बैंक द्वारा सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी के तहत जो ब्योरा दिया गया है उसके अनुसार केंद्रीय बैंक के गवर्नर राजन का मासिक वेतन 1,98,700 रुपये बैठता है। इसमें 90,000 रुपये का मूल वेतन, 1,01,700 रुपये का महंगाई भत्ता तथा 7,000 रुपये ‘अन्य’ के शामिल हैं। रिजर्व बैंक द्वारा अपने कर्मचारियों के मासिक वेतन भत्तों के बारे में जो जानकारी दी गई है उसके अनुसार तीन अन्य अधिकारियों का मासिक वेतन राजन से अधिक है। इनमें गोपालकृष्ण सीताराम हेगड़े (4 लाख रुपये), अन्नामलाई अरापुल्ली गाउंदर (2,20,355) तथा वी कंडासामी (2.1 लाख) शामिल हैं। ताजा ब्योरा रिजर्व बैंक की वेबसाइट पर आरटीआई कानून के तहत डाला गया है। यह ब्योरा जून-जुलाई, 2015 की अवधि का है। यह पता नहीं चल सका कि अन्य तीनों लोग रिजर्व बैंक में अभी हैं या नहीं। हालांकि, रिजर्व बैंक ने मासिक वेतन के साथ संबंधित अधिकारी के पद के बारे में नहीं बताया है।
हेगड़े पूर्व में प्रमुख कानूनी सलाहकार के पद पर रह चुके हैं। हेगड़े और कंडासामी के कुल वेतन में मूल वेतन या महंगाई भत्ता शामिल नहीं है।