नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आज (रविवार) कहा कि सरकार अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप यूरो-6 मानकों वाले ईंधन की आपूर्ति करने को लेकर प्रतिबद्ध है। सड़क परिवहन, राजमार्ग तथा पोत परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, ‘पेट्रोलियम मंत्रालय अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप यूरो-6 मानक वाले ईंधन की आपूर्ति करेगा।’ मंत्री ने ईंधन मानकों को किसी प्रकार हल्का किये जाने की आशंका को खारिज करते हुए इसे गलत बताया और कहा कि सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि दुनिया में यूरो-6 के लिये जो भी मानक तय किये गये हैं, उसकी आपूर्ति यहां हो। वाहन कंपनियों का संगठन सियाम ने हाल ही में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की मसौदा अधिसूचना में घोषित बीएस-6 ईंधन मानकों की आलोचना की और कहा कि इसे हल्का बनाया गया है। सियाम ने आरोप लगाया कि मसौदे में बीएस-6 ईंधन मानक यूरो-6 मानकों की तुलना में हल्का है। इन आरोपों को ‘गलत’ बताते हुए मंत्री ने कहा कि पेट्रोलियम रिफाइनरियां यूरो-6 मानकों वाले ईंधन की आपूर्ति के लिये 80,000 करोड़ रुपये निवेश कर रही हैं। इससे प्रदूषण की समस्या कम होगी जो बड़ी समस्या बन गयी है।
वाहनों में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिये सरकार ने जनवरी में बीएस-5 के बजाए भारत चरण (बीएस)-6 के कड़े उत्सर्जन मानकों को एक अप्रैल 2020 से लागू करने का फैसला किया। फिलहाल बीएस-4 मानकों का अनुपालन किया जा रहा है और एक अप्रैल 2017 से पूरे देश में इसे लागू किया जाएगा।