ताज़ा खबरें
महाराष्ट्र के नतीजे पर उद्धव बोले- 'यह सिर्फ एक लहर नहीं, सुनामी थी'
संसद में वायनाड के लोगों की आवाज बनूंगी: चुनाव नतीजे के बाद प्रियंका
झारखंड में 'इंडिया' गठबंधन को मिला बहुमत, जेएमएम ने 34 सीटें जीतीं
पंजाब उपचुनाव: तीन सीटों पर आप और एक पर कांग्रेस ने की जीत दर्ज

वॉशिंगटन: व्हाइट हाउस ने बुधवार को बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और उनकी अमेरिकी समकक्ष सुसन राइस ने क्षेत्र में आईएसआईएस के आतंकी खतरे पर विचारों का आदान-प्रदान किया और लश्कर-ए-तैयबा तथा जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ आतंकवाद निरोधक सहयोग के विस्तार पर भी चर्चा की। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की मेजबानी में कल से शुरू हो रहे परमाणु सुरक्षा शिखर-सम्मेलन में भाग लेने अमेरिका पहुंचे डोभाल ने व्हाइट हाउस में राइस से मुलाकात की। व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता नेड प्राइस ने इस्लामिक स्टेट या आईएसआईएस के लिए एक अलग नाम का इस्तेमाल करते हुए कहा, ‘राइस और डोभाल ने क्षेत्र में आईएसआईएल के आतंकी खतरे पर और इस तरह के समूहों को बल प्रदान करने वाली विचारधारा से लड़ने के महत्व पर विचार-विमर्श किया’’ प्राइस के मुताबिक उन्होंने अमेरिका-भारत आतंकवाद निरोधक सहयोग पर भी चर्चा की, जिसमें लश्कर और जैश के खिलाफ लड़ाई शामिल है।

नाएपीदो: म्यांमार में एक ऐतिहासिक घटनाक्रम में 50 साल के लंबे सैन्य शासन के बाद लोकतंत्रवादी नेता आंग सान सू की की पार्टी ने सत्ता ग्रहण की और उनके करीबी सहयोगी देश के राष्ट्रपति बने। सू ची के स्कूली मित्र और उनके निकट सहयोगी हतिन क्याव ने पूर्व जनरल थीन सीन की जगह ली। थीन सीन ने देश में सुधार की शुरूआत की और म्यांमा को अलग-थलग पड़े राष्ट्र से राजनीतिक और आर्थिक उम्मीदों वाले देश में बदल दिया। सैन्य शासकों के बनाए संविधान के अनुसार 70 वर्षीया सू ची राष्ट्रपति नहीं बन सकती थी। उन्होंने एलान किया था कि किसी भी तरह सरकार की कमान उनके ही हाथों में होगी। उम्मीद की जा रही है कि हतिन क्याव उनकी इसी स्कीम के तहत काम करेंगे। लोकतंत्र के संक्रमण की लंबी और जटिल प्रक्रिया का अंतिम चरण राजधानी नाएपीदो में सैन्य शासकों की बनाई संसद में पूरा हुआ जहां सत्ता असैन्य शासकों को सौंपी गई। नवंबर के चुनाव में सू ची की पार्टी ‘नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी’ (एनएलडी) को जबरदस्त जीत हासिल हुई थी।

वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति पद की रिपब्लिकन उम्मीदवारी के प्रमुख दावेदार डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि परमाणु हथियारों से संपन्न पाकिस्तान ‘बहुत-बहुत बड़ी समस्या’ है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि देश को इस स्थिति पर नियंत्रण स्थापित करने की जरूरत है। विंसकान्सिन में एक ‘टाउन हॉल’ के दौरान ट्रंप ने सीएनएन को बताया, ‘पाकिस्तान एक बहुत-बहुत बड़ी समस्या है और वह हमारे लिए वाकई बहुत अहम देश है क्योंकि उसके पास परमाणु हथियार हैं। उन्हें उनकी स्थिति पर नियंत्रण पाना होगा।’ रिपब्लिकन पार्टी की प्रेजीडेंशियल प्राइमरी पांच अप्रैल को यहीं आयोजित होनी है। लाहौर में ईस्टर संडे के अवसर पर किए गए आतंकी हमले का हवाला देते हुए ट्रंप ने कहा, ‘मैंने देखा कि यह एक पार्क में किया गया क्योंकि वहां अधिकतर लोग ईसाई थे..हालांकि वहां ईसाइयों से इतर भी बहुत से लोग मारे गए, मैं निश्चित तौर पर इसे एक भयावह कहानी मानता हूं।’ लाहौर में हुए हमले में 74 लोग मारे गए थे और 300 से ज्यादा अन्य लोग घायल हो गए थे।

लाहौर: ईस्टर रविवार को यहां एक भीड़ भाड़ वाली पार्क में हुए नृशंस हमले के पीछे मौजूद पाकिस्तानी तालिबान धड़े ने चेतावनी दी है कि आतंकवादी हमला पंजाब में उनके पहुंचने के बारे में सरकार को संदेश देता है। इस हमले में मारे गए लोगों की संख्या बढ़कर मंगलवार को 74 हो गई क्योंकि दो और लोगों ने अपनी चोट के चलते दम तोड़ दिया। तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान से अलग हुए गुट जमातउल अहरार ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि उन्होंने ईसाइयों को निशाना बनाने के लिए यह हमला किया। हमले के बाद संगठन के प्रवक्ता ने ट्विटर पर लिखा, ‘नवाज शरीफ को जानना चाहिए कि लड़ाई उनके दरवाजे तक पहुंच चुकी है और अल्लाह की इच्छा है कि इस युद्ध में मुजाहिदीन की जीत हो।’ वहीं, आपात सेवा बचाव विभाग प्रवक्ता दीबा शाहनाज ने कहा, ‘लाहौर के दो गंभीर रूप से घायल किशोरों की जिन्ना अस्पताल में मौत हो गई जिससे मृतकों की संख्या बढ़ कर 74 होग गई।’

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख